Ek bafadar kutta, Audult Story In Hindi, Kutta Wali Kahani, Kutte Ki Kahani. वफादार कुत्ता की कहानी, कुत्ता की कहानी, Kids Story In Hindi
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है जितेंद्र (J.K) और स्वागत है आपका dhirus.com हिन्दी ब्लॉग मे । फिर से हाजिर हैं एक नई कहानी के साथ । इस कहानी का नाम (एक वफादार कुत्ता | ek bafadar kutta Audult Story In Hindi) है ।
जैसा की हमने अपनी पिछली कहानी “ गधे का गाना ” मे आपको अच्छी सीख बताई थी । उसी प्रकार इस कहानी मे भी आपको अच्छी सीख देने की कोशिश करेंगे । कहानी को पूरा अवश्य पढ़ें ।
एक वफादार कुत्ता | Ek bafadar kutta Audult Story In Hindi
एक गांव में रामू नाम का व्यक्ति रहता था उसके घर में उसकी पत्नी रहती थी रामू मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का लालन पालन कर रहा था ।
कुछ दिन बाद रामू के घर एक छोटे बच्चे ने जन्म लिया जिसका नाम उसने दीपक रख दिया पति और पत्नी दोनों ही दीपक को बहुत प्रेम करते थे।
वह दीपक को अकेला छोड़ कर कहीं और कभी नहीं जाते एक समय की बात है राम खेत पर जा रहा था और वहां उसे एक कुत्ते का पिल्ला मिलता है ।
वह पिल्ले को उठाकर अपने घर ले आता है और उसकी अच्छी देखभाल करके उसे बिल्कुल स्वस्थ कर देता है। पत्नी को पिल्ले से ज्यादा कोई लगाव नहीं था।
लेकिन राम अपने बेटे की तरह ही हमेशा उसे प्यार देने की कोशिश करता था रामू के घर के बाहर कोई भी आता तो वह पहला आवाज लगाकर सभी को बताता था ।
अब धीरे-धीरे समय गुजरता है और बड़ा हो गया और एक अच्छा वफादार कुत्ता बन जाता है लेकिन अभी उसकी पत्नी के मन में यह डर रहता है कि कहीं यह कुत्ता कोई नुकसान ना कर दे।
एक समय की बात है उसकी पत्नी खेतों पर काम करने चली जाती है और रामू को अपने बच्चे की देखभाल के लिए छोड़ जाती है रामू गांव के व्यापारी से अपनी फसल को बेचने की बातचीत करने के लिए उसके घर चला जाता है।
दीपक घर में अकेला सो रहा होता है ऐसे में एक सांप घर में घुस आता है और वह दीपक की तरफ बढ़ने लगा यह सब देख कर कुत्ता तेजी से भाग कर उस सांप को घायल कर देता है।
और उसे मार देता है और चुपचाप आकर घर के बाहर चौकीदारी करने लगता है इतने में रामू की पत्नी बाजार से लौट कर आ रही होती है और वह कुत्ते के पैरों को और मुंह पर लगे खून को देख लेती है।
वह तेजी कदमों से एक पत्थर को उठाकर कुत्ते के सर पर मारती है और रोते हुए घर की तरफ भागी चिल्लाते हुए कहती है दीपक को मार डाला अरे, अरे कहां हो मेरे बेटे को मार डाला ।
ऐसा कहकर उसकी नजरें सामने सोए हुए दीपक पर पढ़ती हैं और उसे देख कर उसे तसल्ली आ जाती है इतने में रामू भी घर पर आ जाता है ।
दीपक को सही सलामत देख उसकी पत्नी को कुत्ते के बारे में सोच कर पछतावा होता है और वह तेजी से कुत्ते की तरफ भागी सर पर पत्थर लगने के कारण कुत्ता अपनी आंखों में आंसू छुपाए हुए मर जाता है।
और उसकी पत्नी अपना सर पकड़ कर रोने लगती है अरे मैंने एक वफादार कुत्ते को मार दिया।
कहानी से सीख
Ek bafadar kutta Audult Story In Hindi : तो देखा बच्चों आपने बिना सोचे समझे हमें कोई भी काम नहीं करना चाहिए हमें इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि किसी भी काम को करने से पहले हमें उस पर विचार करना चाहिए सही और गलत जान लेने के बाद सही फैसला लेना चाहिए।
आज की कहानी बस इतनी ही फिर मिलेंगे एक नई कहानी के साथ आपको हमारी यह कहानी कैसी लगी यह कमेंट करके हमें बताएं
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आखिरी शव्द – Ek bafadar kutta Audult Story In Hindi
हमे उम्मीद है आपको यह कहानी “एक वफादार कुत्ता | ek bafadar kutta Audult Story In Hindi” पसंद आई होगी । अगर आपका कोई भी सवाल है तो हमे कॉमेंट मे लिख कर भेज दीजिए ।
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