Motivation Story In Hindi | चित्रकार पिता की कहानी | निरंतर मेहनत क्यों करनी चाहिए ।

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नमस्कार दोस्तों हम फिर से हाजिर हैं एक नई कहानी के साथ । इस कहानी का नाम (निरंतर मेहनत क्यों करनी चाहिए , Motivation Story In Hindi) है ।

जैसा की हमने अपनी पिछली कहानी “परेशानी का 1 हल ” मे आपको अच्छी सीख बताई थी । उसी प्रकार इस कहानी मे भी आपको अच्छी सीख देने की कोशिश करेंगे । कहानी को पूरा अवश्य पढ़ें ।

चित्रकार पिता की कहानी | Motivation Story In Hindi

Motivation Story In Hindi : एक गांव में एक चित्रकार रहता था जिसका नाम श्याम था । श्याम के परिवार में उसकी पत्नी और एक बेटा था। चित्रकारी करके श्याम अपने परिवार की गुजर-बसर कर रहा था ।

बेटा भी अपने पिता के साथ साथ चित्रकारी सीखने की कोशिश करता रहता था श्याम घर पर चित्रकारी करता और अपनी चित्रों को बाजार में दो रुपए प्रति चित्र के हिसाब से बेच आता था ।

Motivation Story In Hindi
Motivation Story In Hindi

कुछ दिन बाद उसका बेटा भी बड़ा हो गया और वह भी चित्रकारी करने लगा बेटा और पिता दोनों चित्रकारी करते और बाजार में श्याम की चित्रकारी दो रुपए प्रति एक चित्र और उसके बेटे का एक रुपए प्रति चित्र के हिसाब से मूल रखता था ।

उसका बेटा जब भी कोई चित्रकारी में कमी करता तो है । उसे टोकता और उसकी गलतियां सुधारने को कहता बेटा भी ध्यान लगाकर अपनी चित्रकला को आगे बढ़ाता चला गया हर रोज का यही काम था ।

पिता अपने बेटे को उसकी कमियां बताते थे और बेटा उस उन कमियों को अमल में लाकर दूर करता था । और एक अच्छी चित्रकला करने लगा था ।

अब बाजार में श्याम और उसके बेटे की चित्र कलाएं 2-2 रुपए मैं बिकने लगी अब बेटा बहुत खुश था । वह सोचता कि अब तो मे अपने पिताजी के जैसी चित्रकारी करने लगा हूं।

लेकिन श्याम हमेशा उसे कमियां बताता था और उसे सुधारने को कहता उसका बेटा भी और प्रयास करके धीरे-धीरे एक बड़ा चित्रकार बनने लगा कुछ दिन गुजर जाने के बाद उसके बेटे की चित्रकला 5-5 रुपए में बिकने लगी ।

फिर भी श्याम प्रत्येक चित्र को गौर से देखता और उसकी कमियां बताता था । 1 दिन बेटा अपने पिता से क्रोध में बोला पिताजी आप हमेशा मेरी कमियां निकालते रहते हैं जबकि मे आपसे अच्छा चित्रकार हूं ।

Motivation Story In Hindi
Motivation Story In Hindi

मेरे द्वारा बनाई गई चित्र ₹5 में बिक जाते हैं और आप के चित्र केवल ₹2 में ही बिकते हैं यह सुनकर श्याम ने अपने बेटे को समझाते हुए कहा बेटा जब मैं तुम्हारे जैसी उम्र का था । तो मुझे भी इस बात का अभिमान हो गया था कि मैं ही सबसे अच्छा चित्रकार हूं ।

और मैंने अपनी गलतियों को नहीं सुधारा और आज मैं केवल अपनी चित्र कलाओं को दो ₹2 में ही बेच पाता हूं । मैं चाहता हूं कि बेटा तुम मेरी तरह गलती ना करो और बहुत बड़े चित्रकार बन जाओ ।

उसका बेटा यह सुनकर अपने पिताजी के चरणों में गिर जाता है और माफी मांगता है और मन लगाकर चित्रकारी करता है और कुछ समय के बाद बहुत ही अच्छा चित्रकार बन जाता है ।

कहानी से सीख

Motivation Story In Hindi: बच्चों देखा आपने आपको इस कहानी से क्या सीख मिलती है यही कि हमें अपने ऊपर कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए हमें हमेशा यह कोशिश करनी चाहिए कि और कितना बेहतर हम सीख सकते हैं अगर आपके अंदर सीखने की क्षमता है तो आप बहुत अच्छा कर सकते हैं ।

आज की कहानी बस इतनी सी मिलते हैं फिर किसी नई कहानी और नई सी के साथ अगर आपकी नजर में कोई अच्छी कहानी है तो आप हमें लिख दीजिए कमेंट में आप की कहानी को हमारी इस वेबसाइट पर पोस्ट जरूर किया जाएगा ।

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आखिरी शव्द – Motivation Story In Hindi

हमे उम्मीद है आपको यह कहानी “निरंतर मेहनत क्यों करनी चाहिए , Motivation Story In Hindi” पसंद आई होगी । अगर आपका कोई भी सवाल है तो हमे कॉमेंट मे लिख कर भेज दीजिए ।

धनवाद आपका ।