पत्नी की आत्मा एक कहानी
रवि नाम का लड़का कहता है, मुझे इन सभी बताओ से दूर रखो मुझे यकीन नहीं है, जो नज़र ही नहीं आता है, उससे डरने की जरूरत नहीं है, क्योकि वह कोई नहीं है |
यह सुनकर गांव के सभी लोग कहते है की अगर तुम्हे भी डर का सामना करना है, तो तुम्हे रत के समय में उस मकान में जाना चाहिए वह बहुत समय से बंद पड़ा है |
उस जगह पर जाने से लोग डरने लगते है, वह लड़का कहता है, ठीक है, अगर तुम कहते हो, मै उस जगह पर आज ही जाता हु कुछ लोग उस लड़के को उस जगह पर ले जाते है, दूर से दिखा देते है, वह कहते है अब तुम्हे अपने आप ही उस जगह पर जाना होगा,
हम यहां पर बैठकर इंतज़ार करते है, वह लड़का चला जाता है, वह देखता है, यह छोटा सा मकान जोकि गांव से कुछ दुरी पर यहां पर बना है |
बहुत बुरी हालत में लगता है, यह पर कोई भूत भी हो सकता है, मुझे यकीन नहीं है|
एक साया जब दिखा वह उस घर के पास गया और कुछ कुछ महसूस हुआ था, जबकि गर्मी का मौसम था, लेकिन घर के पास ठंड का अनुभव होना रवि कुछ समझ नहीं आया है |
रवि सोचता है, यहां पर ठंड हो सकती है, इस बात पर यकीन नहीं किया जा सकता है, लेकिन फिर भी वह डरता नहीं | वह उस घर के अंदर जाता है, लेकिन उसमे कुछ आवाजे आती है, जैसे कोई बात कर रहा है, मगर यह आवाज बाहर नहीं आती है |
घर के अंदर कोई नहीं है, क्योकि कोई भी नज़र नहीं आता है, मगर यह आवाज क्यों आती है, वह सभी जगह पर घूमता उन आवाज को समझने की कोशिश करता है, मगर समझ नहीं आता है, कोई यहां पर नहीं है, मगर बात ऐसे होती है, जैसे कोई है, वह लोग सही कहते है यहां पर भूत है, वह बाहर आ जाता है, वह डरता नहीं है, लेकिन उसे कुछ अहसास हो गया था, यह पर कुछ है |
वह आवाज क्यों आती :-
जब वह लोगो के पास आया तो वह कहता है, तुम सही कह रहे हो, मगर वह आवाज किसकी है, कोई नहीं जानता है, डर सभी को लगता है, मगर कोई जान नहीं पाया है, वह आवाज क्यों आती है, उस जगह पर कौन है, कुछ बातें यकीन के लायक नहीं है, मगर कुछ तो है, जो हमारी समझ से दूर है, bhoot ki kahaniya क्योकि जब हमे कुछ नज़र नहीं आता है, हम यकीन नहीं करते है,