इस आर्टिकल (Swacch Bharat Mission Essay In Hindi – स्वच्छ भारत अभियान ) में स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध बताएँगे जिसका निजि जीवन समाज और देश में बहुत अधिक महत्त्व रखता है। हम आशा करते हैं कि इस लेख से आपको इस विषय से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी जिसका उपयोग अनेक तरीको से किया जा सकता है
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध
यह अभियान आधिकारिक रूप से 1999 से चला रहा है पहले इसका नाम ग्रामीण स्वच्छता अभियान था, लेकिन 1 अप्रैल 2012 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस योजना में बदलाव करते हुए इस योजना का नाम निर्मल भारत अभियान रख दिया . स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस को मंजूरी मिल गई।
स्वच्छ भारत अभियान क्या है ?
- भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया 2014 से 2019 tराष्ट्रीय स्तर का अभियान है
- उद्देश्य : गलियों, सड़कों तथा बाकी जगहों को साफ-सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है।
- यह अभियान 02 अक्टूबर, 2014 को आरंभ किया गया।
- यह भारत का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है, जिसमें भारत के सभी भागों के 30 लाख सरकारी कर्मचारियों और छात्रों ने भाग लिया है.
- 4,043 शहरों, कस्बों और ग्रामीण समुदायों में लागू हुआ है.
स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य
- घर के और सामुदायिक वाले शौचालयों के निर्माण के माध्यम से खुले में शौच को समाप्त करना
- 2 अक्टूबर 2019 तक “खुले में शौच मुक्त” (ओडीएफ) भारत को प्राप्त करने का लक्ष्य,
- ग्रामीण भारत में Rs 1.96 लाख करोड़ की अनुमानित लागत पर 10 करोड़ शौचालय का निर्माण करना
स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय
(1) शहरी विकास मंत्रालय
(2) राज्य सरकार
(3) ग्रामीण विकास मंत्रालय
(4) गैर सरकारी संगठन
(5) पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय
(6) सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम व निगम
मोदी ने इस अभियान का प्रचार करने के लिए 11 लोगों को चुना[वो हैं
सचिन तेंडुलकर,प्रियंका चोपड़ा,अनिल अंबानी,बाबा रामदेव,सलमान खान शशि थरूर
तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावहिक के सदस्य,मृदुला सिन्हा,कमल हसन, विराट कोहली
महेन्द्र सिंह धोनी
2 अक्टूबर 2014 को प्रधान मंत्री मोदी ने नौ लोगों को नामांकित किया, जिनमें शामिल हैं:
कपिल शर्मा {कॉमेडियन},सौरव गांगुली (खिलाड़ी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान)
पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी,पद्मनाभ आचार्य (नागालैंड के राज्यपाल),सोनल मानसिंह (शास्त्रीय नर्तक),रामोजी राव (इनादु समूह),अरुण पुरी (इंडिया टुडे समूह)
25 सितंबर 2019 तक 35 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों, 699 जिलों और 5.99 लाख गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया
स्वच्छ भारत वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण
स्वच्छ भारत, शहरी विकास मंत्रालय द्वारा कमीशन और क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा संचालित, स्वच्छ भारत अभियान की प्रगति और प्रभाव की जांच करने और शहरों में प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने के लिए कई सौ शहरों में एक व्यापक स्वच्छता सर्वेक्षण है।
प्रत्येक शहर के प्रदर्शन का मूल्यांकन छह मापदंडों पर किया जाता है: नगरपालिका ठोस कचरे , व्यापक, संग्रह और परिवहन नगरपालिका ठोस कचरे , ठोस कचरे का निपटान ,खुले में शौच मुक्त शौचालय क्षमता निर्माण ,ई-लर्निंग ,सार्वजनिक शौचालयों और सामुदायिक शौचालयों का प्रावधान सूचना, शिक्षा और संचार, और व्यवहार में परिवर्तन
शहरी क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन
- मिशन का उद्देश्य 1.04 करोड़ परिवारों को लक्षित करते हुए 2.5 लाख समुदायिक शौचालय, 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, और प्रत्येक शहर में एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा प्रदान करना है।
- इस कार्यक्रम के तहत आवासीय क्षेत्रों में जहाँ व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का निर्माण करना मुश्किल है वहाँ सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करना।
- पर्यटन स्थलों, बाजारों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशनों जैसे प्रमुख स्थानों पर भी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करना
- कार्यक्रम पर खर्च किये जाने वाले ₹62,009 करोड़ रुपये में केंद्र सरकार की तरफ से ₹14,623 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन Swacch Bharat Mission for Village in hindi
- निर्मल भारत अभियान कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के लिए माँग आधारित एवं जन केन्द्रित अभियान है
- अभियान में प्रत्येक पारिवारिक इकाई के अंतर्गत व्यक्तिगत घरेलू शौचालय की इकाई लागत को ₹10,000 से बढ़ा कर ₹12,000 रुपये कर दिया गया है
- इसमें हाथ धोने,शौचालय की सफाई एवं भंडारण को भी शामिल किया गया है।
- शौचालय के लिए सरकार सहायता ₹9,000 रुपये और इसमें राज्य सरकार का योगदान ₹3,000 रुपये होगा
स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान Swacch Bharat swacch Vidyalaya Abhiyan
- इस दौरान की जाने वाली गतिविधियों में शामिल हैं-
- कक्षा, प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की सफाई करना।
- स्कूल में स्थापित किसी भी मूर्तियों की सफाई करना।
- शौचालयों और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की सफाई करना।
- रसोई और सामान ग्रह की सफाई करना।
- खेल के मैदान की सफाई करना
- स्कूल बगीचों का रखरखाव और सफाई करना।
- स्कूल भवनों का वार्षिक रखरखाव रंगाई एवं पुताई के साथ।
- निबंध,वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन।
स्वच्छ भारत अभियान के सफलता Swacch Bharat success in hindi
अगस्त 2017 में CCI क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी एक स्वतंत्र सर्वेक्षण के अनुसार
- राष्ट्रीय ग्रामीण “शौचालय के लिए घरेलू उपयोग” कवरेज 62.5% तक बढ़ गया
- शौचालय का उपयोग 91.3% हो गया, 2012 में 40% ग्रामीण परिवारों की शौचालय के लिए पहुंच थी
- 2018 तक 71% ग्रामीण परिवारों के पास शौचालय थे
- 2019 में भारत सरकार के दावे है कि 95% ग्रामीण घरों में शौचालय थे
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि स्वच्छ भारत मिशन के बाद से ग्रामीण भारत में कम से कम 180,000 डायरिया से मौतें हुईं
स्वच्छ भारत अभियान आलोचना Swacch Bharat criticism
- कुछ अखबारों के लेख सरकार के दावों को शौचालय निर्माण के आंकड़ों को गलत बताते है बताते हैं कि खुले में शौच इतनी तेजी से और लगातार नहीं हुआ है जितना कि सरकार का दावा है
- 2015 में, कार्यक्रम के शुभारंभ के एक साल बाद, हजारों भारतीय लोग अभी भी बाल्टी शौचालय और गड्ढे शौचालय में खाली मैला ढोने वाले के रूप में कार्यरत थे
स्वच्छ भारत अभियान से हमारा आने वाला कल सुंदर होगा। अगर हम मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में लग जाए तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा पूरा देश साफ सुथरा दिखाई देगा
Swacch bharat slogan in hindi
शौचालय का प्रयोग करें,
भारत को खुशियों से भरें।
हर नागरिक का हो ये सपना, स्वच्छ हो सम्पूर्ण भारत अपना।
स्वच्छता ही सेवा है,
गन्दगी जानलेवा है ।
गन्दगी से बढ़े बीमारी
, स्वच्छता की करो तैयारी।
Swacch Bharat Slogan In Hindi
जब हमारा भारत स्वच्छ होगा, तभी तो हर सपना सच होगा।
स्वच्छता को अपनाएंगे
भारत को खूबसूरत बनाएंगे।
मन में रखो एक ही सपना, स्वच्छ बनाना है भारत अपना।