शनि देव का जाप मंत्र
कागा की करते हो असवारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
जय शनि देवा बोलो जय शनि देवा,
नो नो ग्रहो में तुम शक्ति शाली,
दृष्टि से तुमरी डरते सभी,
साढ़ेसाती तुम्हारी है जब आती पूजन तुम्हारा तो करते सभी,
लोहा तिल तेल चढ़ाते सभी,
उड़द का भोग लगते सभी शनि देव तुमको मनाते सभी,
जय जय भुलाते है तुम्हारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
सूरज के पुत्र हो छाया महतारी,
यम यमुना भाई बहन आप के,
दुःख संकट काटो मैं हु सताया शनि देव मुझको बचाना पाप से,
शनि वार मंदिर में आउ तेरे गुण गान शनि देव गाउ तेरे,
तिल तेल चरणों चड़ाउ तेरे ,
गुण तेरे गाये श्रिस्ति सारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
कर्मो का नाये करे शनि देवा ढंड अधिकारी कहलाते है ये,
जैसा भी जिस ने कर्म किया हो फल उसको वैसा दिलाते है ये,
चरणों में आके तुम झुक जाना,
भगति में कर्ज ये कर जाना,
गुण शनि देव का सब गाना,
कलयुग में देवा तुम अवतारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
शनि देव मंत्र : आज शनिवार है
आज शनिवार है शनि जी का वार है
इक वार जो दर्शन करले उसका बेडा पार है,
शनि के मंदिर आके को इस दिन तेल चढ़ाता है
किरपा करते है शनि देवा मन चाहा फल पाता है,
सच्चा दरबार है होती जय जय कार है,
इक वार जो दर्शन करले उसका बेडा पार है,
त्रिलोकी में शनि देव सा कोई और महान नहीं ,
अपने भगतो के दुखो से शनि देव अनजान नहीं ,
होता बेडा पार है हो जाता उधार है,
इक वार जो दर्शन करले उसका बेडा पार है,
इनकी दृष्टि से अब तक तो कोई नहीं बच पाया है,
सभी देवता सिर को जुकाते ऐसी इनकी माया,
चंचल सेवा दार है लीला अप्रम पार है,
इक वार जो दर्शन करले उसका बेडा पार है
शनि देव का जाप – jai jai shanidev bhagwan tumhari mahima aalishaan
जय जय शनिदेव भगवान
जय जय शनिदेव भगवान तुम्हारी महिमा आलीशान,
तूने राजा भिखारी बनाये तेरे कोटक समज न आये,
पल में तोड़े मान घुमान तुम्हारी महिमा आलीशान,
जय जय शनिदेव भगवान तुम्हारी महिमा आलीशान,
तुम तो देव मुनि जन ध्यावे तेरे चरणों में शीश झुकावे,
मांगे सुख संपत्ति वरदान तुम्हारी महिमा आलीशान,
जय जय शनिदेव भगवान तुम्हारी महिमा आलीशान,
तेरी शाम वर्ण है काय मस्तक तेरे मुकट सुहाया,
तेरी पूजा बड़ी महान,तुम्हारी महिमा आलीशान,
जय जय शनिदेव भगवान तुम्हारी महिमा आलीशान,
दीपक तेरी दया से जागे तुमसे अला बला सब भागे,
दुनिया करे तेरा गुण गान तुम्हारी महिमा आलीशान,
जय जय शनिदेव भगवान तुम्हारी महिमा आलीशान,