सफलता का रहस्य पर निबंध
आज के समय में हर इंसान सफल बनना चाहता है सभी प्रकार के सुख सुविधाओं को हासिल करना चाहता है लेकिन क्या यही सफलता है। तो सबसे पहले सफलता पाने के लिए सफलता क्या है वह जानना अत्यंत जरूरी है। आपके लिए सफलता का क्या मतलब है ?आज के सन्दर्भ में ,क्या जो आज आप सफलता समझ रहे हैं उसको मिलने के बाद आप बाकी जीवन क्या करेंगे। आपने कभी सोचा है ? ?
अक्सर हम सफल तो होना चाहते हैं और अक्सर वह सफलता मिलने के बाद क्षणिक ख़ुशी पाते है और उसके बाद एक खालीपन जब तक नए सफलता का लक्ष्य/उद्देश्य ना मिले। क्या समय समय पर नए नए सफलता के लक्ष्य निर्धारित करना ही जीवन का उद्देश्य है ??
कोई भी इंसान अक्सर अपने काम में असफल होता है क्यूंकि शायद उसके लिये मेहनत नहीं करता या फिर उतनी नहीं करता जितनी जरूरत है । सफल होने के लिए जो-जो काम करना चाहिए उसको करना नहीं चाहता । जीवनचुनौतियों और अवसरों से भरा होता है।
लेकिन केवल वही लोगो के लिए जो अवसरों को प्राप्त करके और चुनौतियों का सामना करके सफल होना चाहते हैं, सफल वही होता है जो कड़ी मेहनत के साथ-साथ और भी कई चीजों को फॉलो करता है सफल होने के लिये नीचे कुछ टिप्स दिये गये है आप इस टिप्स को अपनाकर सफल बन सकते हैं
सफल इंसान बनने के रहस्य
मन को स्थिर रखें
प्रत्येक आदमी को यह याद रखना चाहिए कि लक्ष्य निश्चित कर लेने के बाद भी उसके मार्ग में बड़े से बड़े लालच आएंगे जो आपको लक्ष्य से दूर करेंगे और उससे होने वाला लाभ भी दूरस्थ होता है बीच में अनेक काम आ सकते हैं जिनसे तात्कालिक लाभ होने की संभावना रहती है .
ऐसे में मनुष्य का मन डगमगाने लगता है वह विचलित होकर पथभ्रष्ट हो जाता है ऐसे में अवसरों पर मन को दृढ़ रखने की आवश्यकता है अपने जीवन के लक्ष्य के प्रति मनुष्य को हर दशा में सजग रहना चाहिए
गुस्से पर काबू रखना
अक्सर इंसान अपने ऊपर काबू नहीं रख पाता और धैर्य खो जाता है लेकिन कामयाब होने के लिए इमोशंस पर कंट्रोल बहुत जरूरी होता है गुस्से पर काबू रखें किसी से बहस न करें और मूड खराब होने के दौरान किसी को कुछ न कहें । गुस्से में कुछ गलत कर देने पर हो सकता है इसके लिए बाद में आपको माफी भी माँगना पड़े ।
जिंदगी में कभी हार न माने: उम्मीद पे दुनिया कायम है यह अंतिम।
बहुत से लोग ऐसे हैं जो सफलता के लिए शुरूआत ही नहीं करते लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो सफलता के लिए शुरुआत तो कर देते हैं.
लेकिन सफलता के दो कदम रखते ही जब एक छोटी सी दिक्कत सामने आ जाती है तो कुछ लोग डर जाते हैं डर के कारण वह अपने कदम पीछे खींच लेते हैं और अपने आप को असफल मान लेते हैं.
लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिये आपको लगातार सफलता के मार्ग पर चलते रहना चाहिये
“कभी-कभी सौ बार गिरने के बाद ही मंजिल मिलती है” जिस दिन आपकी उम्मीद ख़तम उस दिन आप जीने का मकसद छोड़ देंगे
कीमती समय बर्बाद न करें:
संसार में ऐसी कोई भी वस्तु नहीं है जिसकी प्राप्ति इंसान के लिए असंभव हो लेकिन एक ऐसी भी चीज है जिसे एक बार खोने के बाद कभी पाया नहीं जा सकता वह है समय,समय परमात्मा से भी बड़ा है भक्ति और साधना द्वारा परमात्मा का साक्षात्कार कई बार किया जा सकता है पर गुजरा समय पुनः नहीं मिलता । समय बड़ा मूल्यवान है इसे बड़ी कंजूसी से खर्च करना चाहिए ।
अपना समस्त जीवन क्रम एक सुनिर्धारित समय, विभाजन चक्र के अनुसार चलाना चाहिये । सुबह उठने, नहाने ,घूमने जाने,कार्य करने,अध्ययन, मनन, चिंतन आदि का एक समय नियमित और अनुशासन में रखें । मनोरंजन पर समय कम बर्बाद करें अपने आसपास का वातावरण ऐसा रखना चाहिए कि आपका समय किसी कारण बर्बाद न हो । समय बर्बाद करने वाले दोस्त से दूर की नमस्ते करनी चाहिए
“जो लोग समय का सम्मान नहीं करते, समय उनका सम्मान नहीं करता है”
खुद पर हमेशा भरोसा रखें:
आपकी जिंदगी में बुरी से बुरी स्थिति आए लेकिन आप खुद पर विश्वास रखिए क्योंकि विश्वास ऐसी चीज है जो हर एक चीज को मुमकिन कर देती है इसलिए कहा जाता है अगर मनुष्य को खुद पर भरोसा हो ,उसकी इच्छाशक्ति दृढ़ हो तो न केवल अपनी राह में आने वाली बाधाओं को दूर कर लेता है .
बल्कि दृढ़ विश्वास के बल पर वह बड़ी से बड़ी सफलता हासिल कर लेता है जो दूसरों को नहीं मिलती
“भरोसा अगर खुदा पर हो तो जो लिखा है तक़दीर में वही पाओगे । लेकिन अगर भरोसा खुद पर हो तो जो खुद लिखोगें वह पाओगे”
जिन लोगों ने सफलता हासिल की है विशेष रूप से वे लोग जिन्होंने अपने जीवन में अलग-अलग जगहों पर सफलता हासिल की है हमारे आस पास ऐसे बहुत से उदाहरण मिल जाएंगे जिन्होंने कई कठिनाइयों का सामना करके सफलता हासिल की है कुछ ऐसे भी सफल व्यक्ति है जो किसी संसाधन के बिना ही सफलता हासिल की है
आखिरकार ये सफल लोग क्या करते हैं इनकी सफलता का रहस्य क्या है इस आर्टिकल में सफलता के रहस्य के बारें में जानकारी दी जा रही है सफलता पाने के लिए दो महत्वपूर्ण बातें जो सफलता पाने में बहुत ही अहम भूमिका निभाते है
लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण
हम जानते हैं परीक्षा में हजारों अभ्यर्थी बैठते हैं लेकिन सफलता कुछ ही लोगों को मिलती है कुछ ही अभ्यर्थी सफल हो पाते हैं सफल होने वाले व्यक्ति असफल होने वाले व्यक्तियों से बहुत कम होते हैं इसका कारण यह है कि सफल होने वाले लोगों का लक्ष्य के प्रति समर्पण नहीं होता है आधे अधूरे मन से कार्य को अंजाम देते हैं
सफलता का रहस्य क्या है
Success के लिए जिस दृढ़ता की ,इच्छाशक्ति की,अनुशासन की,कार्य को हर हालत में पूरा करने की,जज्बे की आवश्यकता होती है उनका असफल होने वाले लोगों में नितांत अभाव होता है
safalta की बुलंदियों को छूने वाला हर शख्स सफलता के लिए अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पित होता है उसका हर कदम अपने लक्ष्य के प्रति अग्रसर होना होता है उसकी सोच में हर हालत में अपने मंजिल को हासिल करने का जज्बा होता है
सफलता संघर्ष की गाथा है सफलता के मार्ग में बहुत सी कठिनाईया, रुकावटें आती है पर आपको अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण रहना होगा । आईये इसे एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं
Safalta के लिए धैर्य बनाना जरूरी है
अगर अपने लाइफ के लक्ष्य को पाना है तो आपको धैर्य रखना आना चाहिए इस दुनिया में जितने बड़े-बड़े महापुरुष हुए हैं उनमें यह बात कॉमन थी धैर्य उनके स्वभाव में था अगर आप कठिन समय में धैर्य बना लिया तो समझ ले कि आप को जीतने से कोई नहीं रोक सकता ।
अगर आपने अपने लक्ष्य को पाने में बहुत ही हार्ड वर्क किया हो पर अगर आपको वहा सफलता नहीं मिली हो जो आप पाना चाहते हो तो ऐसे में हार न माने यही समय होता है जब पेशेंस आपकी परीक्षा लेता है उस समय आपको धैर्य बनाए रखना होगा अगर आप धैर्य नहीं रखेंगे तो आपने अब तक जितनी मेहनत की होगी वह सब खत्म हो जाएगी
सफल व्यक्ति बोला असफल व्यक्तियों से ही मैंने सफल होना सीखा है। सीखने की चाहत एक बहुत जरूरी गुण है क्यूंकि बहुत बार ऐसा स्थिति या समय आएगा जब आपको वह काम करना बुरा लगेगा या आप बोर हो जायेंगे।
हम सच्ची लगन और मेहनत से कोई काम करेंगे तो हमे जरूर सफलता मिलेगी और सफल होने से पहले आप खुद को जरूर सफल इंसान पाओगे।
जिंदगी की सच्चाई तो सिर्फ मौत है। हर इंसान की अपनी जिंदगी की कोई ना कोई लक्ष्य जरूर होती है, तो क्यूँ ना हम उस लक्ष्य पर ध्यान दे।
बिना रुके हमेशा आगे बढ़ते रहें
शुरुआत से ही लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अपनी मंजिल को ध्यान रखना होता है है रास्ते में हजारों बाधाएं आने पर भी हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए एक नदी की तरह। कोई बाधा आने पर भले ही कुछ जगहों पर उसकी रफ्तार कम हो लेकिन वह कभी नहीं रुकती .
ठीक इसी तरह से सफल होने के लिए आपको कोई लक्ष्य तय करना होगा और उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शर्त यह होना चाहिए कि आपको लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना है यदि कहीं रुके तो असफलता निश्चित है
जिंदगी में हमेशा ईमानदारी से मेहनत करके आगे बढ़े
जिंदगी में सफल होने के लिए ईमानदारी से काम करना बहुत आवश्यक है इस तरह से आपको समय ज्यादा जरूर लगेगा पर आपको आजीवन कभी कोई प्रॉब्लम नहीं होगा । सफलता के लिए कोई शार्टकट न अपनाये क्योंकि ऐसी खुशी कुछ दिन के लिए ही होती है सफल बिना कठिन परिश्रम के नहीं हो सकते । सफलता पानी है तो दिल लगाकर काम करना होगा
अपनी मंजिल का सही पता होना
अंधेरे में तीर चलाने का कोई फायदा नहीं होता इसलिए व्यक्ति को अपनी मंजिल का पता होना चाहिए उसे किस रास्ते पर कैसे-कैसे और कहाँ-कहाँ चलना है सब आपके प्लानिंग के हिसाब से होना चाहिए। कई बार आपको नयी स्थितियों का सामना करना पड़ेगा पर उसके लिए भी तैयार रहना चाहिए। उम्मीद हमेशा अच्छे रिजल्ट की करनी चाहिए और तैयारी बुरे से बुरे वक्त की होनी चाहिए
“बिना लक्ष्य के जीवन बिना पता लिखें लिफाफे के समान है जो कभी भी कहीं पहुँच नहीं सकता”
हमेशा दूसरों पर निर्भर न रहें:
अगर आपको जल्दी सफलता चाहिए तो आपको अपनी लाइफ में हमेशा अकेले चलना चाहिए ।लेकिन अगर आपको बड़ी सफलता चाहिए तो आपको लोगो को साथ में लेके चलना होगा। अकेले चलने का मतलब काम की योजना ,विचार और क्रियान्वयन खुद से तैयार करना होगा और खुद ही काम को अंजाम देना होगा ।
अकेले चलने में आपके सामने कई समस्याएं आये लेकिन समस्याओं का जब तक सामना नहीं करेंगे तब तक यह नहीं सीख पाएंगे कि समस्याएं आए तो उसे कैसे मैनेज करें “दुनिया में किसी पर भी हद से ज्यादा निर्भर ना रहें क्योंकि जब आप किसी की छाया में होते हैं तो आपको अपनी परछाई नजर नहीं आती”
अपनी सोच को पॉजिटिव रखें:
दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है बस सोच हमेशा सकारात्मक होनी चाहिए सकारात्मक सोच रखने वाले लोग चाँद पर भी पहुँच जाते हैं और नकारात्मक सोच वाले लोग जीवन भर कुँए का मेंढक बने रहते हैं.
अपने साथ अपने बारे में अच्छी सोच रखना बेहद जरूरी है लेकिन उसके लिए पहले बिना अपना पक्ष लिए ,खुद का अनुमान लगाना जरूरी होता है।
अपनी कमियों को जानना ,अपने खामियों को पहचानना ,अपने अच्छी चीज़ों की समझ बहुत लोगो को मरने तक नहीं होती। क्या आपकी स्थिति भी वैसी ही है ?
“जीवन में मुसीबत आए तो कभी घबराना मत,गिर कर उठने वाले को ही बाजीगर कहते हैं”
अपने जुनून की पहचान करें और उसमें सुधार की गुंजाइश रखें
जीवन में सफलता न मिलने का एक बड़ा कारण यह होता है कि लोग अपने जुनून को नहीं पहचान पाते । वह सिर्फ अपने दोस्तों ,रिश्तेदारों और मिलने वालों को देख कर वो करने लगते हैं जो उस समय का स्थिति या समाज में चल रहे अवसर दिखाई देते हैं.
कुछ साल पहले सभी मिडिल क्लास के लोगो को सरकारी नौकरी चाहिए थी ,सभी अपने बच्चो को इंजीनियर बनाना चाहते थे ,आज के समय के लोग किसी भी कीमत पर पैसा कामना चाहते है लेकिन क्या ये सब ही जीवन का अंतिम लक्ष्य है ?
परंतु ऐसा नहीं करना चाहिए हमें अपने अंदर का जुनून पहचानना चाहिए हमारे अंदर किस काम को करने का जुनून है अगर हमने अपने जुनून को पहचान लिया तो फिर आधा काम वही खत्म हो जाता है