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व्यक्ति को बाहरी स्वरूप भी कभी-कभी धोखा दे सकता है। दूसरी पर विजय प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक नहीं है कि वह व्यक्ति लंबा हो। एक बात जो फुटबॉल खिलाड़ी मैराडोनो और सचिन तेन्दुलकर में पायी जाती है। दोनों खिलाड़ी छोटे कद और घुंघराले बालों वाले हैं और दोनों ही अपनी प्रसिद्धि की चरम सीमा तक पहुँच चुके हैं। सचिन क्रिकेट के धुरंधर खिलाड़ी हैं। वह अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य पर केन्द्रित रहते हैं। चाहे उनके प्रतिद्वन्द्वी उनको कितना ही उकसाये वह अपना संतुलन नहीं खोते हैं और इसी गुण में उनकी शानदार सफलता का राज छिपा हुआ है। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने क्रिकेट का खूब अध्ययन किया है और वह यह जानते हैं कि क किस प्रकार से उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करना चाहिए।
सचिन तेंदुलकर की लाइफ स्टोरी
सचिन तेंदुलकर की लाइफ स्टोरी जानने के लिए आपको उन्हें 70-80 के दशक में चलना होगा. उस दशक में भारत को आजाद हुए 30 साल हुए थे, गुलामी के कारण गरीबी से निकलने की कोशिश,दुनिया के सामने अपना मान बढ़ाने की आकांक्षा में जी रहे थे . हमारा समाज उस समय नायकों को ढूंढ रहा था .
Sachin Tendulkar Life story in Hindi
70 के दशक में मुंबई में एक छोटे से सारस्वत ब्राह्मण () परिवार में 24 अप्रैल 1973 को एक बच्चा जन्म लेता है. 15 साल के बाद भारत की धड़कन बन जाता है.भारत का समाज एक अद्भुत उभरता हुआ नायक पाता है जो दूसरे ताकतवर मुल्कों के बॉलर्स के चौके छक्के मार के भारत का मान सम्मान बड़ा था.
तेंदुलकर के परिवार में कोई क्रिकेट खेलने वाला नहीं था लेकिन बचपन में हम सब अलग-अलग खेल में रुचि रखते हैं. सचिन तेंदुलकर टेनिस खेलना चाहते थे. जॉन मेकनरो प्रेरणा मिली थी. लेकिन भाई ने उन्हें क्रिकेट बैट बॉल दे दिया और वह क्रिकेट की ओर 11 साल की उम्र में आगे बढ़ चले .
5 साल के बाद 15 नवंबर 1989 को वह पाकिस्तान के खिलाफ कराची में 16 साल की उम्र में अपना टेस्ट जीवन की शुरुआत की.
आज के समय में इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं.वह धरती पर इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 सेंचुरी लगाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं . इंटरनेशनल क्रिकेट में टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में का नाम आज भी उन्हीं का है. तेंदुलकर एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने 30000 इंटरनेशनल रन हुए हैं
लोग उनको प्यार से लिटिल मास्टर और मास्टर ब्लास्टर बोला करते थे और आज भी बोला जाता है
2011 की विश्व कप जीतने वाली टीम के वह एक अहम हिस्सा थे और उनके प्रति लोगों में खिलाड़ियों में इस प्रकार की भावना थी कि जीतने के बाद उन्होंने उनको कंधे पर उठाकर पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाया था.
तेंदुलकर को 1994 में अर्जुन अवार्ड मिला था राजीव 1997 में भारत सरकार ने उन्हें दिया था. पद्मश्री और पद्म विभूषण 1999 और 2008 में मिला था और भारत का सबसे बड़ा अवॉर्ड, भारत रत्न ,16 नवंबर 2013 को दिया गया था.
वह सबसे कम उम्र में भारत रत्न पढ़ने वाले इंसान हैं .खिलाड़ियों में केवल एक खिलाड़ी जिनको भारत रत्न मिला है.
तेंदुलकर ने 12 दिसंबर ,2012 को वनडे इंटरनेशनल से रिटायरमेंट ले ली और t20 से 2013 अक्टूबर में रिटायरमेंट ले ली उन्होंने क्रिकेट के सारे फ्रॉम से 16 नवंबर 2013 को ले लिया जब वह 200वां टेस्ट मैच मुंबई में खेले थे.
सचिन तेंदुलकर ने टोटल 664 इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेले और 34357 रन से बनाएं. 2019 में तेंदुलकर को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में किया गया था
शुरुआती दौर में सचिन तेंदुलकर की लाइफ स्टोरी
दादर में जन्मे तेंदुलकर 1973 ,रमेश तेंदुलकर उनके पिता का नाम था .वह एक नोबलिस्ट नोबलिस्ट और एक कवि थे उनकी माता का नाम रजनी था . उनके पिता ने दो शादियां की थी .तेंदुलकर ने शुरुआती दिनों में साहित्य सहवास कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी बांद्रा ईस्ट में समय बिताया .
उनके बड़े भाई अजीत ने बचपन की लड़ाई झगड़े को रोकने के लिए को रामाकांत अचरेकर उनके कोच के पास भेज दिया तब उनकी उम्र 11 साल की थी.
अचरेकर तेंदुलकर के टैलेंट से इंप्रेस थे और उन्होंने उनके स्कूल को बदलकर श्रद्धा आश्रम विद्या मंदिर हाई स्कूल में ले गया जो कि दादर में ही था. वहां पर क्रिकेट टीम मजबूत थी और कई नए उभरते हुए खिलाड़ी बाहर निकले थे .
अचरेकर तेंदुलकर के साथ घंटों प्रैक्टिस किया करते थे और जब तेंदुलकर थक जाते थे तो आज लेकर ₹1 की कोई स्टंपर रख देते थे और जो बॉलर तेंदुलकर को डिस्मिस करता ना कोई मिलता था सुनकर आउट नहीं हो पाते थे तो वह पैसा इस तरह से तेंदुलकर ने 13 कॉइंस अपनी कोच से जीते थे.
इस दौरान अद्भुत टैलेंट के हिसाब से प्रचलित हो चुके थे, लोकल क्रिकेटिंग सर्कल्स में उनका नाम आ चुका था .स्कूल टीम का प्रतिनिधित्व करते थे . उन्होंने क्लब क्रिकेट खेला फिर क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भी खेलना चालू कर दिया
साल की उम्र में 1987 में उन्होंने एमआरएफ पेस अकैडमी मद्रास में फास्ट बॉलर के हिसाब से ट्रेनिंग लेनी चालू की लेकिन ऑस्ट्रेलियन फास्ट बॉलर डेनिस लिली उनकी बॉलिंग से ज्यादा प्रभावित नहीं थे. उन्होंने तेंदुलकर को बैटिंग करने की सलाह दी.
1987 क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान जब भारत खिलाफ सेमीफाइनल खेल रहा था, सचिन तेंदुलकर एक बॉल बाय थे . वह एक स्कूल के एक मैच में विनोद कांबली के साथ 664 रनों की साझेदारी की. विनोद कांबली भी भारत के लिए बाद में खेले
दिसंबर 1988 में गुजरात के खिलाफ तेंदुलकर ने 15 साल 232 दिनों की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में आरंभ किया . वह उस समय सबसे छोटे भारतीय थे जिन्होंने अपने पहले मैच में फर्स्ट क्लास सेंचुरी लगाई थी .तेंदुलकर 1988-89 रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से सबसे हाईएस्ट ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे.
राज सिंह डूंगरपुर को 1989 में पाकिस्तान टूर के लिए तेंदुलकर के सिलेक्शन के लिए क्रेडिट दिया जाता है .तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 16 साल 205 दिन की उम्र में नवंबर 1989 में अपना टेस्ट क्रिकेट जीवन की शुरुआत की. उसके बाद उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने प्रदर्शन के कारण अपना नाम अमर कर लिया.
Sachin Tendulkar Family | सचिन तेंदुलकर की पारिवारिक जीवन
सचिन तेंदुलकर अपनी वाइफ अंजली से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मिले थे जब वह एक इंटरनेशनल टूर से वापस आ रहे थे लोग बताते हैं कि वह लव अट फर्स्ट साइट थी ,पहली नजर में ही प्यार होने वाला प्यार 1995 में दोनों लोगों ने शादी की उनके दो बच्चे हैं
1990 के बाद जबसे उनका इंटरनेशनल क्रिकेट की दुनिया में आए ,आने वाले 20 सालों में सीरीज दर सीरीज मैच दर मैच भारत भारत और तेंदुलकर दोनों आगे बढ़ते चले गए .
उनकी उनके द्वारा बनाए गए हर रिकॉर्ड को हर भारतीय अपना रिकॉर्ड मानता था .उनके आउट होने के बाद लोग अभी टीवी बंद करने की कर लेते थे.
इसलिए 90 से लेकर 2010 तक की जो कहानी वह एक उभरते हुए भारत और एक उभरते हुए तेंदुलकर एक खिलाड़ी की कहानी है .इस कहानी में बहुत उतार-चढ़ाव है लेकिन दोनों कहानियों में एक तरह की समानता थी जहां वर्तमान में परेशानियां होती थी वही भविष्य के अच्छे होने की उम्मीद होती थी.
इसलिए सचिन तेंदुलकर के सहारे भारत अपनी उम्मीदों को अपनी आकांक्षाओं को जी रहा था. सचिन तेंदुलकर का प्रतीक था टक्कर लेने के लिए तैयार हो रहा था और मेहनत और प्रतिभा से दुनिया को अचंभित कर रहा था .
भारत में क्रिकेट को एक धर्म की तरह माना जाता रहा है और इस धर्म में सचिन तेंदुलकर ने अपने आप को भगवान की तरह स्थापित किया.
सचिन सचिन सचिन सचिन की गूंज स्टेडियम और टेलीविजन पर हमेशा सुनी जाती थी. वह भारत के लिए एक उम्मीद थे आखरी उम्मीद जब दूसरे खिलाड़ी अभी पक्षी विपक्षी टीम ज्यादा हावी थी .इन्हीं सब कारणों से उनको भारत में भारत के जितने भी प्रतिष्ठित सम्मान इनाम मिले हैं.
Sachin Tendulkar cricket buzz Interesting Facts |सचिन तेंदुलकर की पसंदीदा चीज
पसंदीदा खाना- प्रॉन, करी, क्रैब, मसाला कीमा पराठा, लस्सी, चिंगरी, ब्रांच, मटन बिरयानी ,मटन करी ,बैगन भरता
पसंदीदा एक्टर -अमिताभ बच्चन, आमिर खान, नाना पाटेकर
फेवरेट एक्ट्रेस -माधुरी दीक्षित
फेवरेट- कलर ब्लू
बॉलिंग- राइट आर्म ऑफ ब्रेक
Sachin Tendulkar Awards | सचिन तेंदुलकर को राष्ट्रीय सम्मान
1994 – Arjuna Award, by the Government of India in recognition of his outstanding achievement in sports.
1997–98 – Rajiv Gandhi Khel Ratna, India’s highest honour given for achievement in sport
1999 – Padma Shri, India’s fourth highest civilian award.
2001 – Maharashtra Bhushan Award, Maharashtra State’s highest Civilian Award.
2008 – Padma Vibhushan, India’s second highest civilian award.
2014 – Bharat Ratna, India’s highest civilian award
- 1997 – इस साल के विज्डन क्रिकेटर
- 2002 – बराबरी की तेंदुलकर की उपलब्धि के उपलक्ष्य में डॉन ब्रैडमैन टेस्ट क्रिकेट में ‘एस 29 शताब्दियों
- 2003 – 2003 क्रिकेट विश्व कप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
- 2004, 2007, 2010 – आईसीसी विश्व एक दिवसीय एकादश
- 2009, 2010, 2011 – आईसीसी विश्व टेस्ट एकादश
- 2010 – खेल और कम से पीपुल्स च्वाइस अवार्ड में उत्कृष्ट उपलब्धि एशियाई पुरस्कार, लंदन में
- 2010 – विज़डन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर
- 2010 – वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के लिए आईसीसी पुरस्कार, सर गारफील्ड सोबर्स ट्राफी
- 2010 – एलजी पीपुल्स च्वाइस अवार्ड
- 2010 – भारतीय वायु सेना द्वारा मानद ग्रुप कैप्टन की उपाधि
- 2011 – बीसीसीआई द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर
- 2011 – कैस्ट्रॉल वर्ष के इंडियन क्रिकेटर
- 2012 – विज्डन इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट पुरस्कार
- 2012 – सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) की मानद आजीवन सदस्यता
- 2012 – ऑस्ट्रेलिया के आदेश के मानद सदस्य, ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा दिए गए
- 2013 – भारतीय पोस्टल सर्विस ने तेंदुलकर का एक डाक टिकट जारी किया और वह मदर टेरेसा के बाद दूसरे भारतीय बने जिनके लिये ऐसा डाक टिकट उनके अपने जीवनकाल में जारी किया गया।
sachin tendulkar batting stats |सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट रिकॉर्ड |
Competition | Test | ODI | FC | LA |
Matches | 200 | 463 | 310 | 551 |
Runs scored | 15,921 | 18,426 | 25,396 | 21,999 |
Batting average | 53.78 | 44.83 | 57.84 | 45.54 |
100s/50s | 51/68 | 49/96 | 81/116 | 60/114 |
Top score | 248* | 200* | 248* | 200* |
Balls bowled | 4,240 | 8,054 | 7,605 | 10,230 |
Wickets | 46 | 154 | 71 | 201 |
Bowling average | 54.17 | 44.48 | 61.74 | 42.17 |
Catches/stumpings | 115/– | 140/– | 186/– | 175/– |
सौम्यता और सादगी की प्रतिमूर्ति, बल्लेबाजी का बेताज बादशाह तथा छोटे कद का बड़ा आदमी सचिन तेन्दुलकर हैं। सचिन स्वभाव से ही शर्मीले तथा सौम्य हैं। उनकी वाणी में मिठास है तथा उनके व्यक्तित्व में सज्जनता स्पष्ट झलती है। जब वह प्रश्नों का उत्तर देते हैं तो उनकी भावनाएँ झलक पड़ती हैं। अपनी प्रसिद्धि के बावजूद उनका लड़कपन अभी भी बरकरार है। अहंकार दूर तक उनको नहीं छूता है। सचिन कभी-कभी मजाक से भी अपना मनोरंजन करते हैं।
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