रवि शास्त्री न्यूजीलैंड दौरे में भावुक हुए, कटाक्ष को नहीं ढो पाए

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‘ रवि शास्त्री न्यूजीलैंड दौरे से लौट रहे हैं’ बीसीसीआई प्रवक्ता मिस्टर व्यंग जन सिंह का यह बयान प्रेस वार्ता में हड़कंप मचा दिया.न्यूजीलैंड पहुंचते ही शास्त्री को काफी ठंड लगने लगी और उनकी एकमात्र पसंदीदा जर्सी सूटकेस से गायब थी.

फिर वही हुआ जिसका डर था. रवि ने ब्लैक गॉगल्स डाले और 30 डिग्री पे रोने लगे.

इस खबर के मिलते ही खिलाड़ियों में हड़कंप मच गया क्योंकि इस बीसीसीआई जर्सी को पहन कर ही रवि शक्तिवर्धक आहार गोल्ड मोंक को ग्रहण करते हैं.

सबसे पहली शक की सुई हार्दिक पांड्या पर गई पर क्योंकि पांड्या को किसी का कुछ ना कुछ लेने की तलब रहती है. कुछ दिन पहले ही उन्होंने न्यूजीलैंड की एक बाला की मंजूरी ले ली है. “आई डिड नॉट डू इट” बोलकर पांड्या ने मामला खारिज किया.

ओल्ड मोंक इस द सोर्स ऑफ रवि शास्त्री एनर्जी ” यह लाइन बोलते हुए हर प्लेयर्स को सुना जा सकता है. बिना उस जर्सी के गोल्ड मोंक चढ़ता नहीं और चढ़ाना और चढ़ने की वजह से ही शास्त्री दौरे पे असरदार है.

इसकी खबर जब बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली तक पहुंची तब उन्होंने शास्त्री को फोन किया. फोन पर शास्त्री ने कहां “दादा, आप जानते हैं की मेरी पुरानी जर्सी और दादी की बरसी मुझे बहुत याद आते हैं ,इनके बिना माय लाइफ इज नथिंग.”

बातचीत के दौरान ही पीछे से सर जडेजा ने ‘संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं’ गाना चालू कर दिया. इस गाने को सुनते ही रवि शास्त्री और इमोशनल हो गए और अपनी दादी की बरसी मनाने दिल्ली जाने की डिमांड रखने लगे.

एक अंतिम कोशिश में गांगुली ने लॉर्ड्स में उतारी अपनी बीसीसीआई जर्सी देने की पेशकश की लेकिन शास्त्री नहीं माने. उसके बाद रवि शास्त्री की भारत लौटने की टिकट मेक माय ट्रिप पर बुक की गई.