CAA hindi satire
ओखला बर्ड सेंचुरी ,नई दिल्ली NRC,CAA विरोध पूरे भारत भर में फैल गए हैं. इस आग में घी डालने का काम अब पशु-पक्षी भी करने लगे हैं.हाल फिलहाल के दिनों में 15 दिन पहले कबूतरों ने गुटर गू रैली निकाली थी.इस रैली में दो हजार कबूतर और 5000 कबूतरी भाग लिया था.
कबूतर पहले ऊपर चढ़े और फिर लौटने लगे .पता नहीं लूट रहे थे या लौट रहे थे पर उनका नाम लोटन कबूतर रख दिया गया इससे पूरा कबूतर समाज अपने लड़ाई की जीत की तरह देख रहा है .मशहूर कवियों ने इस पर ऐतिहासिक काव्य भी लिखा है. प्राचीन काल का महाकाव्य “चढ़ गया ऊपर रे ,लोटन कबूतर रे” से प्रेरणा लेकर अनेकों ग्रंथ पिछले पखवाड़े में लिख दिए गए हैं
कबूतरों की इस अपार सफलता को देखकर कौवा समाज ने कांव-कांव कवि सम्मेलन आयोजित किया है. इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि तूतक तूतक तूतिया तोता कुमार होंगे.तोता कुमार ने कहा “NRC के अंदर हमें अपने बाप दादाओ के घोसले दिखने होंगे.हरे कौवो को आस्मां से अलग होना होगा और काले कौवो को पिंजड़े में रखने की साजिश है”. इतना सुनने के बाद कौवा मंडली ” NRC काँव काँव , NRC काँव काँव” करने लगे.
कौवा समाज का कहना है की भारत में उड़ने की आजादी कम हो गई है. बहुत बहुत प्रदूषण है. धुआं से ट्रैफिक में ठीक ढंग से दिखाई भी नहीं देता और तो और अब चारा भी कम मिलता है. सरकार ने प्लास्टिक बैन कर दिया है जिससे कि हमारा चारा अब दूसरे जानवर खा ले रहे हैं और हमारा खाना कम हो गई है.
सरकार को अपना विज्ञापन देते हुए कबूतरों के नेता कोयल कुमार ने संतुष्टि जाहिर की और सरकार को पूरा समर्थन दिया है.NRC को एक चिड़िया विरोधी निति बना कर बिट पर ट्वीट करके उड़ गए