नेपोलियन के साहस की कहानी | Napolean Short Story in hindi

नेपोलियन अक्सर जोखिम (risky) भरे काम किया करते थे। एक बार उसने आलपास पर्वत को पार करने का मन बनाया और अपनी सेना के साथ चल पड़े । सामने एक विशालकाय पहाड़ खड़ा था जिसपर चढ़ाई करना लगभग असंभव था। उसकी सेना मे अचानक हलचल पैदा हो गई। फिर भी उसने अपनी सेना को चढ़ाई का आदेश दिया। पास मे ही एक बुजुर्ग औरत खड़ी थी। उसने जैसे ही यह समझा तो उसके पास आकर बोले की क्यो मरना चाहते हो। यहा जितने भी लोग आये है वो मुह की खाकर यही रहे गये।

अगर अपनी ज़िंदगी से प्यार है तो वापस चले जाओ। उस औरत की बात सुनकर नेपोलियन नाराज़ होने की बजाये प्रेरित हो गया और तुरंत हीरो का हार उतारकर उस बुजुर्ग महिला को पहना दिया और फिर बोले; आपने मेरा उत्साह दोगुना कर दिया और मुझे प्रेरित किया है। लेकिन अगर मै जिंदा बचा तो आप मेरी जय-जयकार करना

उस औरत ने नेपोलियन की बात सुनकर कहा- तुम पहले इंसान हो जो मेरी बात सुनकर हताश और निराश नहीं हुए। ‘ जो करने या मरने ‘ और मुसीबतों का सामना करने का इरादा रखते है, वह लोग कभी नही हारते।

हमें हमेशा याद रखना चाहिए की जिंदगी में मुसीबते चाय के कप में पड़ी मलाई की तरह है, और कामयाब लोग फूँक मार के मलाई को साइड कर चाय पीना जानते हैं