अच्छा घर की कहानी
एक कछुआ एक पेड़ के निचे आराम कर रहा था। उस पेड़ पे एक चिड़िया ने अपना घोसला बनाया हुआ था। कछुआ ने चिड़िया का मजाक उड़ाते हुए बोला “तुम्हारा घर कितना कमजोर है , छोटे छोटे घांस से बना,टूटी फूटी टहनियों से बना है और ना ही इसका कोई छत है। ऊपर से ये तुमको खुद ही बनाना पड़ा है। मेरा घर तो मेरा कवच है और तुम्हारे कमजोर घर से बहुत अच्छा है। तुम तो मेरे घर से ईष्या करती होगी “
इसपर चिड़िया ने बोला “मेरा घर बड़ा है,इसमें दूसरे लोग भी रह सकते है, तुम्हारे घर की तरह नहीं जहाँ सिर्फ तुम्हारे रहने की जगह है। तुम्हारे पास एक अच्छा मकान हो सकता है पर मेरे पास एक अच्छा घर है जहाँ पर सब लोग मिल जुल के रहते है। “
कहानी से सीख :एक खाली महल से भीड़भाड़ वाली झोपडी अच्छी है