20 Bedtime stories in hindi | बेडटाइम स्टोरीज

बच्चों की रात की कहानियां (bedtime stories in hindi)

Read 20 famous short Bedtime Stories in Hindi. बेडटाइम स्टोरीज includes short moral stories that helps to create a magical and strong bond between parents and children. Hindi Kahaniyan (हिंदी कहानियां) helps in good thoughts generation in kids and provides entertainment. Reading Hindi Story / Stories प्रेरक कहानियां increases our word power and pronunciation. This article contains more than 20 stories in Hindi with latest Hindi story writing available on the internet.

एक ऊंट (Bedtime Short Story For Class 1 )

एक ऊंट का बच्चा अपनी माँ से बात कर रहा था। उसने उत्सुकता से पूछा ” मम्मी, हम कूबड़ क्यों हैं ?” ऊंटनी ने कहा “उसमें पानी जमा हो जाता है ताकि मरुस्थल में हमारा शरीर वहां से इश्तेमाल कर सके। ”

फिर उस बच्चे ने पूछा “हमारे तलवे गोल क्यों है ?” ऊंटनी ने समझाया की गोल तलवे उन्हें मरुस्थल में आराम से चलने में मदद करते है। फिर उसने एक और सवाल पूछ दिया और बोला “मम्मी , हमारे आँखों की पलके इतनी बड़ी बड़ी क्यों है ?” ऊंटनी ने फिर अपने बेटे को समझाया “लम्बी पलकों से हमारी मरुस्थल में आँखे धुल मिटटी से बची रहेंगी। “

new moral stories in hindi,10 short stories, 10 short stories 2018, 10 short stories 2020, 5 short moral stories, 5 stories with moral, a funny story in hindi, a hindi story with moral, a moral story in hindi, a short hindi story,
Panchatantra short stories with moral in hindi

उस बच्चे ने बड़े मासूमियत से एक आखिरी सवाल पूछ दिया “अगर हमारे शरीर की सारी चीज़ें मरुस्थल के हिसाब से बानी है तो हम चिड़ियाघर में क्या कर रहे है। “

कहानी से सीख: Moral of the story in hindi

आपका ज्ञान,जानकारी और प्रतिभा किसी काम के नहीं अगर आप सही जगह उसका उपयोग नहीं कर रहे है

अच्छा घर (bedtime hindi story for class 2 )

एक कछुआ एक पेड़ के निचे आराम कर रहा था। उस पेड़ पे एक चिड़िया ने अपना घोसला बनाया हुआ था। कछुआ ने चिड़िया का मजाक उड़ाते हुए बोला “तुम्हारा घर कितना कमजोर है , छोटे छोटे घांस से बना,टूटी फूटी टहनियों से बना है और ना ही इसका कोई छत है।

ऊपर से ये तुमको खुद ही बनाना पड़ा है। मेरा घर तो मेरा कवच है और तुम्हारे कमजोर घर से बहुत अच्छा है। तुम तो मेरे घर से ईष्या करती होगी “

nstories in hindi with moral for class 9,
moral stories of akbar and birbal in hindi,
akbar and birbal stories in hindi with moral
heart touching short stories with moral in hindi,
stories of akbar and birbal in hindi with moral,
tenali raman stories in hindi with moral,
tenali raman moral stories in hindi,
infobells moral stories in hindi,
bodh katha moral stories in hindi,
akbar birbal short stories in hindi with moral,
short stories of akbar and birbal in hindi with moral,
moral stories of tenali raman in hindi
new moral stories in hindi

इसपर चिड़िया ने बोला “मेरा घर बड़ा है,इसमें दूसरे लोग भी रह सकते है, तुम्हारे घर की तरह नहीं जहाँ सिर्फ तुम्हारे रहने की जगह है। तुम्हारे पास एक अच्छा मकान हो सकता है पर मेरे पास एक अच्छा घर है जहाँ पर सब लोग मिल जुल के रहते है। “

कहानी से सीख :एक खाली महल से भीड़भाड़ वाली झोपडी अच्छी है

कंजूस आदमी (bedtime story in hindi with pictures)

एक बुड्ढे कंजूस आदमी के घर में एक बगीचा था। वह आदमी अपने सोने के सिक्को को पथ्थरो के निचे बगीचे में छुपा के रखता था। रोज रात में सोने से पहले उसको जाकर गिनता था। वह यह काम रोज करता था लेकिन एक भी सिक्के को कभी किसी चीज़ पे खर्च नहीं करता था। एक चोर ने उसकी यह आदत को देख लिया था।

3-4 दिन लगातार उसका सिक्का गिनने की क्रिया और समय को देख कर वह चोरी करने का समय समझ चूका था। एक रात बुड्ढे के जाने के बाद चोर ने उस जगह जाकर और सारे सिक्को को निकाल कर वह से भाग गया। अगले दिन जब बुड्ढे ने फिर से जाकर सिक्को को गिनना चाहा तो सिक्के वह से गायब थे।

वह रोने लगा इतने में ही उसका पडोसी आ गया और उसके रोने का कारण पूछा। बुड्ढे ने पूरी कहानी बताई। पडोसी ने उसको पूछा “तुमने घर के अंदर सिक्को को क्यों नहीं रखा ताकि जब भी कुछ खरीदने की जरूरत पड़ती तो तुरंत निकाल पाते ?”

moral stories in hindi for class 6
munshi premchand short stories in hindi with moral,
tenali raman short stories in hindi with moral,
some moral stories in hindi,
short moral stories in hindi for kids |सीखभरी प्रेरक कहानियाँ

बुड्ढा आदमी बोला “मैंने कभी उन सिक्को को खर्च नहीं किया था और ना ही करने वाला था। ” इतना सुनते ही पडोसी को गुस्सा आया और उसने बुड्ढे के सामने कर बोला “इसको जमीं के अंदर गाड़ दो क्यूंकि यह भी उन सिक्को के जैसा ही बेकार है। “

कहानी से सीख : आपके पास रखी चीज़ो का उतना ही महत्व है जितना उनकी उपयोगिता है।

Bedtime Gautam buddha jataka tales in hindi

एक बार जब ब्रह्मदत्त बनारस में राज कर रहे थे, बोधिसत्व ने एक व्यापारी के रूप में अपनी आजीविका प्राप्त की। काशी के एक सीमावर्ती गाँव में इन दिनों में कई बढ़ई थे।

 और यह माना जाता है कि उनमें से एक गंजा आदमी तांबे की कटोरी की तरह चमकते हुए अपने सिर के साथ कुछ लकड़ी पर दूर की बना रहा था,  जब एक मच्छर उसकी खोपड़ी पर बस गया और उसे मार दिया।

बढ़ई ने अपने बेटे से कहा, ” मेरे सिर पर मच्छर मुझे डंक मार रहा है। इसे दूर भगाओ।”

“पकड़ो ?,” बेटे ने कहा। “एक झटका इसे सुलझाएगा।” बढ़ई ने कहा

“ठीक है ” बेटे ने जवाब दिया, जो बूढ़े आदमी की पीठ के पीछे था, और केवल मच्छर को मारने के इरादे से एक तेज कुल्हाड़ी उठाते हुए, उसने अपने पिता के सिर को दो में काट दिया। जिससे वृद्ध की मौके पर ही मौत हो गई।

बोधिसत्व का विचार किया, जो पूरे दृश्य का चश्मदीद गवाह था, “इस तरह के दोस्त से बेहतर एक दुश्मन है ।”

चार गाए (bedtime short story in hindi)

चार गाए एक जंगल में रहती थी। वह सभी आपस में अच्छे दोस्त थीं और हमेशा साथ साथ ही रहती थी। चरने भी साथ साथ ही जाती थीं। एक दिन चारो में लड़ाई हो गयी और वह सब अलग अलग दिशाओ में अकेले चरने के लिए चली गयी।

long moral stories in hindi for class 10,
short moral stories in sanskrit with hindi translation,
premchand stories in hindi with moral,
moral stories in hindi with images,
funny moral stories in hindi,
moral stories in hindi language for class 8,
stories of panchatantra in hindi with moral,
tenali ramakrishna moral stories in hindi,
animal moral stories in hindi,
short stories on friendship with moral in hindi,
short stories in hindi for kids with moral,
moral stories on friendship in hindi,
akbar and birbal moral stories in hindi,
panchatantra stories with moral in hindi,
moral stories on truth in hindi,
short panchatantra stories in hindi with moral,
stories in hindi with moral and pictures,
mir taqi mir poetry in urdu pdf,
moral stories in hindi new

एक शेर और बाघ ने यह सब देखा और सोचा की इनको मार के खाने का इससे अच्छा मौका नहीं मिल सकता। वह झाड़ियों में छिप गए और चारो गायों को एक एक करके मार डाला

कहानी से सीख :एकता में मजबूती है

मुर्गा (bedtime Short story in hindi for kids)

एक किसान के पास एक ऐसा मुर्गा था जो रोज सोने के अंडे देता था। उस अंडे को बेच के किसान अपने परिवार का लालन पालन करता था। उसका परिवार खुशहाल था और ऐसा काफी दिन चला। अचानक एक दिन किसान ने सोचा ” एक दिन में एक अंडा ही क्यों मिल रहा है ?क्यों ना सारा अंडा एक दिन में ही मिल जाए ?”

 best moral stories in hindi, best moral story in hindi, best short hindi stories, best short moral stories, best short stories in hindi, best short stories with moral, best stories in hindi, best stories in hindi with moral, best stories with morals,
Very Short Moral Stories In Hindi

उस किसान की बेवक़ूफ़ पत्नी भी इस बात से खुश थी और दोनों ने मुर्गे के पेट को फाड़ कर सारे अंडे निकालने का प्लान बनाया। जैसे ही उन्होंने मुर्गे को मारा और उसके पेट को फाड़ा तो उन्हें केवल खून और मांस का टुकड़ा मिला और कोई सोने का अंडा नहीं मिला।

किसान को अपनी बेवकूफी पर बहुत पछतावा हुआ।

कहानी से सीख :लालच करना ठीक नहीं होता।

मिडास की कहानी (Moral Story In Hindi For Class 4)

ग्रीस में एक मिडास नाम का राजा रहता था। उसके पास अथाह सोना चांदी और पैसा था। उसको सोने से विशेष प्यार था लेकिन उससे भी ज्यादा उसको अपनी बेटी से प्यार था। एक बार देवता शराब के नशे में मिडास के गुलाबो के बगीचे में पहुंचे।

यह सोच के की ये भगवान् अच्छा भाग्य लाते है मिडास ने उन्हें अपने बगीचे में ही रहने दिया जब तक वो नशे से बाहर नहीं आते। होश में आने के बाद मिडास की करुणा और समझदारी को देख के देवता उसको इनाम देने का सोचा।

  best story hindi, best story in hindi, best story in hindi with moral, child moral stories in hindi, children stories with morals in hindi, children story hindi, children story with moral, children’s short stories in hindi, childrens stories in hindi, chudail ki shaadi cartoon,
new new kahaniya

जब मिडास से एक वरदान मांगने को पूछा गया तो उसने बोला ” मै चाहता हु की मै जिस चीज़ को छुवा करू वो सोना बन जाए। ” भगववान ने उसकी यह ईक्षा पूरी कर दी। यह वरदान पाकर वह खुश था और पूरे महल में कुछ भी छुने पर सारी चीज़ें सोने में बदल जाती। उसकी प्रजा यह देख के आश्चर्य से चकित और खुश थी।

थोड़ी देर में उसने अपनी छोटी बेटी को देखा और उसको अपनी बाहो में उठा लिया। लेकिन जैसे ही उसने अपनी बेटी को छुवा वह भी निर्जीव सोने की मूर्ती बन गयी। राजा बहुत दुखी हुआ और उसने भगवान् से प्रार्थना की उसकी यह शक्ति वापस ले ले और उसको बेटी लौटा दे। भगवान् ने उसकी बात मान कर उसकी वह शक्ति को खत्म कर दिया और साड़ी चीज़ें अपने असल रूप में आ गए। इसी के साथ उसकी बेटी भी वापस से जिन्दा हो गयी

कहानी से सीख : संतोष ही सबसे बड़ा सुख है।

एक मुर्गा और मालिक (bedtime hindi Story for kids )

एक गांव में एक मुर्गा अपने मालिक के घर में रहता था और और हर सुबह बांग देकर अपने मालिक और उसकी बीवी को जगा दिया करता था। एक दिन उसने उसने सुना कि उसका मालिक और उसकी पत्नी उसे मार कर खाना चाहते हैं वह डरा हुआ था और भागना चाह रहा था।

 download moral stories in hindi, fairy tales story in hindi, famous hindi short stories, famous short stories in hindi, funny hindi story with moral, funny moral stories in hindi, funny short stories hindi, funny stories for children in hindi, funny stories for kids in hindi, funny stories in hindi for kids, funny stories with morals in hindi,
new moral stories in hindi 2018

भागने से पहले मालिक के पत्नी के जूते और मालिक की छड़ी को लेकर भाग गया। यह कर कर संतुष्ट और खुश था।

कहानी से सीख :आप जिसको जानते है उनसे हमेशा सतर्क रहे क्यूंकि कभी कभी उनके विचार भी गलत हो सकते है

शरारती लड़का (bedtime new hindi story )

राहुल एक शरारती लड़का था और वो अक्सर लोगों को परेशान करता था। वह अपने दोस्तों को और अनजान लोगों को छेड़ा करता था। एक शाम के समय घर के नजदीक पार्क में गया और एक अनजान सी लड़की पर तंज कसने लगा। लड़की रोने लगी क्योंकि उसको वह पसंद नहीं आया।

 funny story in hindi with moral, good moral stories in hindi, good story for kids in hindi, good story in hindi with moral, hidi story, hindhi story, hindi animal stories with moral, hindi articles for kids, hindi best kahani, hindi famous stories,सीखभरी प्रेरक कहानियाँ ,
fairy tales in hindi new

उसी समय कुछ लड़के उस पार्क में आए और राहुल को बुरा भला कहने लगे और जोर से हंसने लगे। उसके बाद राहुल को काफी बुरा लगा और वह अब अपने दोस्तों के साथ भी खेलने से कतराने लगा। उसको यह समझ में आ गया की दुसरो को छेडने में उनके ऊपर क्या बीतती है

कहानी से सीख : शरारत की एक सिमा होती है

डोसा (bedtime story in hindi for school kids)

दीपिका अपने यहां डोसा का दूकान चलाती थी। एक बार सवेरे में डोसा में पड़ने वाला मसाला खराब हो गया था। अब वह सोचने लगी की अगर वह खराब मसाला डालेगी तो पूरा मसाला खराब हो जायेगा। या फिर उसको दूकान से नया मसाला अभी तुरंत जाकर लाना होगा।

small story in hindi, hindi good stories with morals, hindi hindi story, hindi interesting stories, hindi kahani, hindi kahani for kids, hindi kahani with moral, hindi kahaniyan, hindi kahaniyan for child, hindi kahaniyan with moral, hindi khaniya, hindi kids stories, hindi kids story, hindi me story hindi good stories with morals, hindi hindi story, hindi interesting stories, hindi kahani, hindi kahani for kids, hindi kahani with moral, hindi kahaniyan, hindi kahaniyan for child, hindi kahaniyan with moral, hindi khaniya, hindi kids stories, hindi kids story, hindi me story
short moral story in hindi

वह तुरंत उठी और दूकान से मसाला लाकर नया मसाला डोसा की सामाग्री में दाल दिया। इससे उसका उस दिन वाला डोसा स्वादिस्ट बना और किसी ग्राहक ने असंतोष जाहिर नहीं किया

कहानी से सीख : हर चीज़ का समाधान होता है। परिश्रम करना होता है।

उल्लू (bedtime Short hindi story for class 3 )

एक उल्लू एक ओक के पेड़ पर रहता था। वह हर दिन अपने आस पास होने वाली घटनाओ को देखता था और उनके ऊपर सोचता था।

एक दिन उसने देखा की एक लड़का एक बूढ़े को टोकरी ले जाने में मदद कर रहा है ,दूसरी तरफ एक लड़की अपनी बहन पर चिल्ला रही थी। वह जितना चीज़ो को देखता उतना ही समझने की कोशिश करता।

small story in hindi  ,, hindi mein kahaniya, hindi moral kahaniya, hindi moral short stories, hindi moral stories, hindi moral stories for class 1, hindi moral stories for class 10, hindi moral stories for class 2, hindi moral stories for class 3, hindi moral stories for class 4, hindi moral stories for class 5,
small story in hindi |सीखभरी प्रेरक कहानियाँ

जितना कम वो बोलता ,उतना ही ज्यादा सुनता। उसने एक महिला को कहते सुना की एक घोडा बाड में कूद गया ,एक दूसरा आदमी बोल रहा था की वह कभी झूट नहीं बोला।

कहानी की सिख :आप कम बोले ,लोगो से ज्यादा सुने। इससे आप ज्ञानी बनेंगे।

चांदी का घड़ा (Moral story in hindi for class 2 )

बहुत साल पहले किसी गांव में बाढ़ आई और बहुत सारे घर डूब गए। एक घर में एक मिट्टी का घड़ा और एक चांदी का घड़ा था। दोनों पानी की धार में बहने लगे। चांदी का घड़ा मिट्टी के घड़े को बोलता है ” भाई आप बहुत कमजोर हो आप मेरे साथ आ जाओ,

मैं आपको आज किनारे तक ले चलूंगा” इतना सुनकर मिट्टी के घड़े ने चांदी के घड़े को धन्यवाद दिया और कहा ” भाई, मुझे अकेले ही किनारे तक तैरने दीजिए”

small story in hindi, hindi moral stories for class 6, hindi moral stories for kids, hindi moral stories short, hindi moral stories with moral, hindi moral stories with pictures, hindi moral stories with pictures pdf, hindi moral story books, hindi moral story for kids, hindi niti katha, hindi se stori
Moral Stories in hindi for class 3|सीखभरी प्रेरक कहानियाँ

जैसे-जैसे तांबे का घड़ा करने की कोशिश करता, वैसे वैसे उस में पानी भरता जाता और वह डूब गया। इसी बीच मिट्टी का घड़ा धीरे धीरे किनारे तक तैरकर पहुंच गया।

कहानी से सीख : कमजोरी दिखने में नहीं होती है

कोबरा की कहानी (bedtime New story in hindi of cobra)

बहुत साल पहले एक छोटे से गड्ढे में एक छोटा सा कोबरा रहता था। वह किसी भी प्रकार से छोटे-मोटे कीड़े मकोड़े को खाकर जिंदा रहता था। धीरे धीरे वह बड़ा हुआ और उसने अंडा, छिपकली ,मेंढक आदि यह सब खाने लगा। कुछ और समय बीता उसके बाद वह छोटे मोटे सांप और दूसरे जानवर खाना चालू कर दिया।

अब वह काफी बड़ा हो चुका था. दूसरे जानवर उससे डर नहीं लगे थे इससे उसका आत्मविश्वास और गौरव बढ़ा। वह सोचने लगा” अब मुझसे सारे जानवर डरने लगे हैं इसलिए अब इस छोटे से गड्ढे से हटकर किसी बड़ी जगह पर घर बसाना चाहिए”

small story in hindi , hindi short, hindi short kahani, hindi short moral stories, hindi short moral stories for class 1, hindi short moral stories for class 2, hindi short moral stories for class 3, hindi short moral stories with pictures, hindi short moral story, hindi short stories, hindi short stories for children, hindi short stories for class 1, hindi short stories for class 3
best hindi short story with moral 2021

इसी क्रम में वह नए जगह की तलाश में एक बड़ा सा पेड़ को चुना और वहां पर अपना निवास बनाने का फैसला किया। उसने वहां पर का एक छोटा सा पहाड़ देखा। कोबरा ने सोचा “मेरे इस आलीशान घर पर, यह गंदा सा चीटियों का पहाड़ नहीं होना चाहिए” .

उसने बोला “मैं किंग कोबरा हूं और मेरे घर पर या पहाड़ नहीं दिखना चाहिए , इसलिए चीटियां यहां से चली जाए” अंदर से कोई जवाब नहीं आया, इस पर कोबरा क्रोधित हुआ और पहाड़ को तोड़ दिया। अचानक से हजारों चीटियां बाहर निकली और उसको एक साथ काटना चालू किया।

यह देख कर अच्चम्भित रह गया और वहां से उसको किसी तरह जान बचाकर वहां से भागा।

कहानी से सीख :घमंड आपको अक्सर गिरा देता है

गोरिल्ला की कहानी (Gorilla short story in hindi )

एक गोरिल्ला जंगल में घूम रहा था और उधर ही अचानक से एक यात्री दिखाई दिया। .उसने देखा की वह यात्री अपनी अंगुलियों को गोल करके अंदर फूक मार रहा है। जब गोरिल्ला ने उससे पूछा तो उसने बोला की मुँह से फुक मार के वह हाथ गरम कर रहा है क्यूंकि उससे ठंडी लग रही है।

यह सुन के गोरिल्ला उसको अपनी गुफा में ले गया और वहां पर यात्री को पिने के लिए सूप दिया।

  Moral Stories in hindi for class 3|सीखभरी प्रेरक कहानियाँ  , hindi short stories for class 4, hindi short stories for class 6, hindi short stories for kids, hindi short stories in hindi, hindi short stories in hindi language with morals, hindi short stories with moral, hindi short stories with moral for class 1, hindi short stories with moral for class 3, hindi short stories with moral for kids, hindi short stories with moral value,
hindi fairy tales new stories

सुप पिने के दौरान यात्री फिर अपने मुँह से फिर फूक मारने लगा ,इस बार फिर गोरिल्ला ने पूछा की सुप से ठण्ड लग रही है क्या ? यात्री ने कहा “नहीं ,मै फूक मार कर इस सूप को ठंडा कर रहा हु। ” इतना सुनते ही गोरिल्ला भड़क गया और उसने यात्री को तुरंत वह से जाने के लिए कहा।

कहानी से सीख :कोई भी उन लोगों पर विश्वास नहीं करता है जिनके पास दोहरे शब्द हैं।

चरवाहा लड़का की कहानी ( hindi story for class 2 naughty boy)

एक चरवाहा लड़का अपने भेड़ो के झुण्ड को जंगल में चराने ले जाता था और एक बार बोर हो कर उसने सोचा क्यों न एक खेल खेलें। इसी सोच से वह जोर जोर चिल्लाने लगा “भेड़िया,भेड़िया ,भेड़िया भेड़ के बच्चे को ले जा रहा है । ”

खेतो में काम कर रहे किसान भागते भागते उसके पास आये। किसान आते ही पूछे “किधर है भेड़िया ?” लड़के ने हसते हसते बोला “कोई भेड़िया नहीं था ,मै बोर हो गया था इसलिए सोचा की आप लोगो को बुला लूँ | ”

किसान बहुत गुस्सा हुए और उसको डांटा और फिर वह से वापस खेत में चले गए। ऐसा ही उस लड़के ने चार पांच बार और किया और हर बार किसान आते थे लेकिन हर बार वह लड़का मजाक कर रहा होता था

small story in hindi,hindi short stories with pictures, hindi short story, hindi short story for class 2, hindi short story for kids, hindi short story for kids with pictures, hindi short story with moral, hindi short story with moral for hindi students, hindi small moral stories, hindi small stories, hindi small stories for kids, hindi small stories with moral, hindi small story, hindi store, hindi stories for childrens with moral, hindi stories for class 1,
new hindi moral stories

एक बार सचमूच में भेड़िया उसके सामने आ गया और जल्द से वह लड़का पेड़ पे चढ़ के अपनी जान बचाया। हर बार की तरह इस बार भी वह लड़का भेड़िया कह कर चिल्लाया लेकिन किसानो को लगा की इस बार भी मजाक कर रहा है और कोई भी नहीं पंहुचा। इसी बिच भेड़िया ने एक भेड के बच्चे को उठा कर लेता चला गया।

कहानी से सीख :एक झूठे का सच कभी नहीं माना जाता है।

शेर और गाय की कहानी (kids story in hindi)

एक गाँव में बहुत सारी गायें थे और वो चारा के लिए पास के लिए बगल वाले जंगल में जाते थे। उसी जंगल में एक बहुत खूंखार शेर रहता था। जब भी गाये जंगल में जाती थी ,शेर एक गाय को चुन कर उसको मार देता था और उसका मांस खा जाता था।

small story in hindi, hindi stories for class 10, hindi stories for class 3, hindi stories for class 4, hindi stories for class 5, hindi stories for grade 1, hindi stories for grade 2, hindi stories for grade 3, hindi stories for grade 3 with moral, hindi stories for grade 5, hindi stories for grade 8, hindi stories for grade1, hindi stories for kids, hindi stories for kids with moral, hindi stories in hindi with moral, hindi stories moral, hindi stories with moral,sher aur Gaay
new hindi fairy tales story


इस बात को लेके गायों ने एक बैठक बुलाई और उसमे समझदार गाय ने कहा “आप लोग सब जानते है की शेर हम में से हर बार एक को मार के खा जाता है और उसका कारण यह की हम सब अलग अलग जंगल में चरने के लिए जाते है। आज से हम सब लोग एक साथ चलेंगे और चरेंगे। “

सभी गायें जंगल में निकल पड़ी और जैसे ही जंगल में शेर दिखा ,सभी गायें झुण्ड में तरफ धावा बोल दिया। शेर यह देख के डर गया और वहां से भाग गया।

MORAL: विभाजित हम गिर जाते हैं। संयुक्त हम खड़े।

चौकीदार की कहानी (bedtime stories for kids in hindi )

एक कंपनी के मैनेजर ,राहुल ,को अपने कंपनी के लिए चौकीदार चाहिए था। उसके लिए उन्होने ने इश्तेहार निकाला। बहुत लोग इंटरव्यू देने आये . लेकिन मैनेजर को कोई भी पसंद नहीं आ रहा था। आखिर में राजू नाम का एक व्यक्ति बैठा था जो इंटरव्यू के लिए बैठा था।

small story in hindi , hindi stories with moral for class 10, hindi stories with moral for class 2, hindi stories with moral for class 3, hindi stories with moral for class 4, hindi stories with moral for class 5, hindi stories with moral for kids, hindi story book with moral, hindi story class 1, hindi story class 3, hindi story class 5,
new story in hindi for kids

राहुल ने मोदी से पूछा “आप थके हुए लग रहे है ? कोई बीमारी है क्या ? ” राजू ने जबाब दिया :नहीं साहब, ऐसी कोई बिमारी नहीं है ,लेकिन नींद नहीं आने की बिमारी है। ” राहुल ने तुरंत उसको रात के चौकदारी के लिए रख लिया क्यूंकि वह चाह के भी सो नहीं सकता

कहानी से सीख : अपनी असलियत नहीं छुपाना चाहिए

रामलाल का व्यापार (short story for class 3 in hindi)

एक दूध बेचने वाला जिसका नाम रामलाल था वह कुछ सालो में बहुत आमिर हो गया क्यूंकि वह गलत तरीके से दूध का व्यापार करता था। वह दूध बेचने के लिए एक नदी पार करके अपने ग्राहकों को दूध देता था। नदी पार करने के दौरान वह दूध में पानी मिला दिया करता था। यह करके वह खूब आभूषण और पैसा जमा कर चूका था।

small story in hindi hindi story for child, hindi story for children, hindi story for children with moral, hindi story for class 1, hindi story for class 1 with moral, hindi story for class 2, hindi story for class 2 with moral, hindi story for class 3, hindi story for class 3 with moral, hindi story for class 4, hindi story for class 4 with moral, hindi story for class 5,
new short moral stories in hindi

उसका बेटा बड़ा हो चूका था और उसकी शादी तय हो गयी. वह ढेर सारे आभूषण लेके नाव पे वापस आ रहा था। अचानक से उसकी नाव पलट गयी और सारा का सारा धन और आभूषण डूब गया। रामलाल रोने लगा।

तभी अचानक से नदी से आवाज़ आयी “रोना बंद करो ,जो डूबा है वह तुम्हारा था नहीं ,तुमने गलत तरीके से इसको अर्जित किया था और इसलिए वो तुमसे छिन गया। ”

कहानी से सिख
सत्यता ही सर्वोच्च निति है

बिल्ली की गले की घंटी (Bedtime short stories in hindi)

एक किरानेवाले के यहाँ बहुत सारे चूहे हो गए थे और वो सारे चूहे अनाज और खाने पिने की चीज़ो को खाते और गिराते भी थे। परेशान होकर किरानी की दूकान के मालिक ने इसका समाधान के लिए एक बिल्ली को खरीद लिया।

बिल्ली के आते ही चूहों की हालत खराब क्यूंकि बिल्ली चूहों को देखते ही चुप चाप पीछे से झपट्टा मार के उनको अपने कब्जे में कर लेती थी। चूहों का आजादी से आना जाना बंद हो चूका था और चूहों की संख्या लगातार कम होती गयी।

small story in hindi , hindi story for class 5 with moral, hindi story for class 6, hindi story for class 6 with moral, hindi story for kids, hindi story for kids new, hindi story for kids with moral, hindi story for kids with pictures, hindi story in short, hindi story kids, hindi story short, hindi story small, hindi story with moral, hindi story with moral and pictures, hindi story with moral for class 1, moral of story in hindi, moral of the story in hindi, moral short stories in hindi, moral stories for children in hindi, moral stories for childrens in hindi, moral stories for childrens in hindi download, moral stories for childrens in hindi pdf, moral stories for class 1, moral stories for class 10, moral stories for class 3, moral stories for class 3 students, moral stories for class 5, moral stories for grade 1, moral stories for grade 3, moral stories for kids hindi, moral stories for kids in hindi, moral stories for students of class 10, moral stories hindi, moral stories in hindhi, moral stories in hindi, moral stories in hindi for class 1, moral stories in hindi for class 10, moral stories in hindi for class 12, moral stories in hindi for class 2, moral stories in hindi for class 3, moral stories in hindi for class 4, moral stories in hindi for class 5, moral stories in hindi for class 7, moral stories in hindi for class 8, moral stories in hindi for kids, moral stories in hindi short, moral stories in hindi with moral, moral stories in hindi with pictures, moral stories in short, moral stories with pictures in hindi, moral story for children in hindi, moral story for kids hindi, moral story for kids in hindi, moral story in hindi, moral story in hindi for children, moral story in hindi for education, moral story in hindi for kids, moral story in hindi short, moral story in hindi with pictures, moral story of hindi, moral storys in hindi, morals in hindi, motivational stories for kids in hindi, naitik kahaniya, new hindi kahani, new hindi stories with moral, new kahaniya, new moral stories, new moral stories in hindi, new moral stories in hindi 2020, new stories for kids in hindi, new stories with morals, new stories with morals in hindi, new story in hindi for kids, new story in hindi with moral, niti katha in hindi, nursery stories in hindi, one moral story in hindi, one short story in hindi, one story in hindi, panchatantra kahaniya, panchatantra moral story, panchatantra short stories in hindi with moral, panchatantra stories for kids in hindi, panchatantra stories in hindi, prernadayak kahani, prernadayak kahaniya, prernadayak kahaniya in hindi, romantic short stories in hindi, sher aur chuha story, short and moral stories in hindi, short funny stories with morals in hindi, short hindi, short hindi kahani, short hindi moral stories, short hindi moral stories for class 1, short hindi moral stories for class 5, short hindi stories, short hindi stories for children with moral, short hindi stories for class 1, short hindi stories for class 2, short hindi stories for kids, short hindi stories with moral, short hindi stories with moral for class 1, short hindi stories with moral for class 10, short hindi stories with moral for class 3, short hindi story, short hindi story for class 3, short hindi story for kids with moral, short hindi story with moral, short in hindi, short kahani, short kahani in hindi, short kids stories in hindi, short love stories in hindi with moral, short moral, short moral stories for class 1, short moral stories for class 6, short moral stories for kids, short moral stories for kids in hindi, short moral stories in hindi, short moral stories in hindi for class 1, short moral stories in hindi for class 2, short moral stories in hindi for class 4, short moral stories in hindi for class 5, short moral stories in hindi for kids, short moral stories with moral, short moral story in hindi, short moral story in hindi for class 1, short moral story in hindi for class 10, short motivational stories with moral in hindi, short romantic stories in hindi, short stories for children in hindi, short stories for class 1, short stories for class 10 students, short stories for kids hindi, short stories for kids in hindi, short stories for kids in hindi with moral, short stories for kids with moral, short stories for kids with morals, short stories for nursery class in hindi, short stories for students in hindi with moral, short stories hindi, short stories in hindi, short stories in hindi for children, short stories in hindi for class 1, short stories in hindi for class 10, short stories in hindi for class 5, short stories in hindi for kids, short stories in hindi for kids with moral, short stories in hindi language, short stories in hindi with moral, short stories in hindi with moral for class 1, short stories in hindi with moral for class 10, short stories in hindi with moral for class 2, short stories in hindi with moral for class 5, short stories in hindi with moral in hindi language, short stories moral, short stories with a moral, short stories with moral, short stories with moral for kids, short stories with moral in hindi, short stories with moral in hindi language, short stories with moral values in hindi, short stories with morals, short story for childrens in hindi, short story for class 1, short story for class 2, short story for kids in hindi, short story hindi, short story in hindi, short story in hindi for class 2, short story in hindi for class 3, short story in hindi for class 4, short story in hindi for class 6, short story in hindi for kids, short story in hindi with moral, short story in hindi with moral for kids, short story in hindi with moral value, short story in hindi with pictures, short story of hindi, short story of moral, short story on hindi, short story with a moral, short story with moral, short story with moral in hindi, short story with morals, short story writing in hindi, shot story in hindi, shot story with moral, small children stories in hindi, small children story in hindi, small funny stories in hindi, small hindi, small hindi moral stories, small hindi stories, small hindi stories for kids, small hindi stories with good moral, small hindi stories with moral, small hindi story for class 1, small hindi story for class 4, small hindi story for kids with moral, small hindi story with moral, small in hindi, small kids story in hindi, small moral stories in hindi, small moral story, small moral story in hindi, small stories for childrens in hindi, small stories for kids in hindi, small stories for kids with moral, small stories in hindi, small stories in hindi with moral, small stories in hindi with moral and pictures, small stories with moral, small stories with moral in hindi, small story for kids in hindi, small story for kids with moral, small story in hindi, small story in hindi 2020, small story in hindi for class 1, small story in hindi for class 4, small story in hindi for kids, small story in hindi with moral, small story with moral, some funny stories hindi, some moral stories in hindi, some short stories in hindi, stori in hindi, stories for children hindi, stories for children in hindi with moral, stories for kids hindi, stories for kids in hindi, stories hindi short, stories in hindi for class 1, stories in hindi for class 5, stories in hindi for kids, stories in hindi kids, stories in hindi with moral, stories in hindi with moral and pictures, stories of hindi, stories with moral for kids, stories with moral in hindi, story for children in hindi, story for class 1, story for class 1 in hindi, story for class 3 in hindi, story for hindi, story for kids hindi, story for kids in hindi, story for kids in hindi with moral, story for kids with moral in hindi, story for kids with pictures in hindi, story hindi for kids, story in hindi, story in hindi for class 1, story in hindi for class 3, story in hindi for class 5, story in hindi for kids, story in hindi for kids with moral, story in hindi moral, story in hindi short, story in hindi with moral, story in hindi with moral for class 10, story in hindi with moral for class 6, story kids in hindi, story moral in hindi, story of kids in hindi, story of moral in hindi, story on hindi, story with moral in hindi, the moral story in hindi, top 10 moral stories in hindi, top 10 moral stories in hindi 2020, top 10 short stories, top 10 short stories with moral, top 5 moral stories in hindi 2020, top hindi stories, topiwala aur bandar story in hindi written, very short funny stories in hindi, very short hindi moral stories, very short hindi stories, very short hindi stories for kids with moral, very short hindi stories with moral, very short hindi stories with moral for kids, very short moral stories, very short moral stories in hindi, very short moral story, very short stories for kids in hindi, very short stories in hindi, very short stories in hindi for class 1, very short stories in hindi for class 2, very short stories in hindi with moral, very short stories with morals in hindi, very short story in hindi, very short story in hindi with moral, very short story with moral, very small moral stories in hindi, very small stories in hindi, very small stories in hindi with moral, very small stories with moral, very very short moral stories, very very short stories in hindi, very very short stories in hindi with moral, www moral stories in hindi, www.hindi stories.com, xxxhindistory, किड्स स्टोरी, किड्स स्टोरी हिंदी, गंदी कहानियां, गंदी कहानी, प्रेरणादायक कहानियाँ, प्रेरणादायक कहानियों, प्रेरणादायक हिंदी कहानियां, शार्ट स्टोरीज, शार्ट स्टोरीज इन हिंदी, स्टोरी इन हिंदी, स्टोरी फॉर किड्स इन हिंदी, हिंदी स्टोरी फॉर किड्स, हिंदी स्टोरी विथ मोरल
best hindi kahani with moral

अपनी काम संख्या और आवाजाही को काम होता देख सारे चूहों ने एक मीटिंग बुलाई। सब अपनी राय देनी चालू की। उसी में से एक समझदार चूहे ने कहा “बिल्ली चुप चाप हमारे पीछे भाग के आती है और हमें पता नहीं चल पता ,इसलिए हमारी संख्या काम हो रही है।

इसलिए हमारे लिए सबसे अच्छा उपाय यह है की हम बिल्ली के गले में एक छोटी सी घंटी बाँध देते है जिससे बिल्ली के आने जाने की खबर हमें लगती रहेगी। सारे चूहे इस अनोखे सुझाव को सुन कर खुश हो गए की हमारे दिक्कत एक एक समाधान मिल चूका है।

इस बिच एक बुड्ढा बिल्ला बोला “बिल्ली के गले में घंटी बंधेगा कौन ?” यह सुनते ही पूरे मीटिंग में सन्नाटा छा गया।

भेदी सनी बच्चो की कहानी ( Bedtime hindi story)

एक बार एक भेड़िया जिसका नाम भेदी था वह मस्ती से किसी जानवर का मांस खा रहा था। मांस खाते खाते उसके दांत में हड्डी का एक टुकड़ा फंस गया और उसको बहुत दर्द से रोने लगा। उसकी कराह सुन के सनी नामक सारस उसके पास आया। उसने मांस और भेड़िया दोनों के देख के सोचा की काश किसी भी तरह से मांस का टुकड़ा मुझे भी मिल जाता।

सनी ने भेदी से पूछा ” क्या हुआ भेदी भाई ,क्यों जोर जोर से रो रहे हो?” भेदी ने बोला ” मेरे दांत में हड्डी फंस गयी है। ” सनी ने बोला “अगर मै निकाल दूँ तो तुम मुझे इनाम दोगे क्या ?”भेदी तुरंत तैयार हो गया।

top 10 moral stories in hindi,hindi story with morals, hindi very short stories, hindi very short stories with moral, hindikahaniya, hindistory, inspirational story for kids in hindi, interesting short stories in hindi, interesting stories for kids in hindi, interesting stories with moral, kahani in hindi for child, kahani in hindi for kids, kahani in hindi in short,
hindi moral story new

सनी ने अपने लम्बे चोंच से भेदी के दांत से हड्डी का टुकड़ा निकाल दिया और भेदी का दर्द ख़तम हो गया। इसके बाद सनी ने इनाम माँगा तो भेदी ने हँसते हुए बोला ” मैंने तुम्हारी जान नहीं ली ,ये इनाम से कम है क्या ?”
सनी भेदी की धूर्तता से काफी आहात होके वहा से चला गया।

कहानी से सीख
जो मदद पाने लायक है केवल उनकी मदद करनी चाहिए

शहर के कौवे (bedtime stories for kids in hindi crows)

अकबर को अपने दरबारियों से पहेलियाँ पूछने का शौक था और वो अक्सर अपने दरबार में राजदरबारियों को मुश्किल में डाल दिया करते थे। अकबर ने अपने दरबार में पूछा ” पूरे शहर में कितने कौवे है ?”पूरे राजदरबारी विपदा में आ गए और उनके पसीने छूटने लगे।


इसी बिच अकबर के मंत्री बीरबल प्रवेश करते है और उन्होंने माहौल को भांपते हुए अकबर से जबाब देने की अनुमति मांगते है। अकबर अकबर ने ख़ुशी से उत्तर जानना चाहा. बीरबल ने बोला ” इस सहर में पूरे सत्तर हजार आठ सौ एक हत्तर कौवे है। “अकबर ने बीरबल से पूछा “आपके इतने यकीं से ये संख्या कैसे मालूम ?”

बीरबल ने कहा ” आप अपने सैनिक भेज के गिनवा लीजिये ,अगर गिनती में कम हुए तो इसका मतलब कुछ कौवे अपने रिश्तेदारों के यहाँ गए है और ज्यादा हुए तो कुछ कौवो के यहाँ नए रिश्तेदार घूमने आये है। ” अकबर बीरबल की समझदारी से प्रसन्न हुए और हिरे का हार उनको इनाम में दिया।

कहानी से सीख


एक हाश्य से भरा उत्तर भी काम आ सकता है भले वो एकदम सही ना हो

ब्रह्मदत्त (Bedtime story in hindi for class 3)

एक बार जब ब्रह्मदत्त बनारस में राज कर रहे थे, बोधिसत्व एक ब्राह्मण पैदा हुआ था, और बड़े होकर उसकी दुल्हन से शादी हुई थी, जिसने उसे नंदा, नंद-वती और सुंदरी-नंदा नाम की तीन बेटियों को जन्म दिया था।

बोधिसत्व के मरने के बाद उन बच्चियों का ख्याल पड़ोसियों और दोस्तों के लोगो ने किया था

वह फिर से गोल्डन मैलोडर्ड  के  रूप में  दुनिया में पैदा हुए थे ।उनको  पूर्व  जन्म की चेतना थी।

बढ़ते हुए पक्षी ने अपना शानदार आकार और सुनहरा आकार देखा, और याद किया कि पहले वह एक इंसान था।

पक्षी  को पता चलता है कि उसकी पत्नी और बेटियाँ दूसरों की दानशीलता पर जी रही थीं, तो पक्षी ने उसे हथौड़े से पीटा और सोने को पीटा और कै उन्हें एक समय में एक सुनहरा पंख देकर उनकी पत्नी और बेटियों को आराम से रहने में सक्षम बनाया।

 बोधिसत्व को देखकर, पत्नी और लड़कियों ने पूछा कि वह कहाँ से आई है; और उसने उन्हें बताया कि वह उनके पिता थे  जिनकी मृत्यु हो चुकी थी

वे एक स्वर्ण मल्लार्ड के रूप में पैदा हुए थे, और यह कि वे उनसे मिलने आए थे

“आपके पास मेरे पंख होंगे,” उन्होंने कहा, “एक-एक करके, और वे आपको आराम और आराम से रखने के लिए पर्याप्त रूप से बेचेंगे।

इतना कहते हुए, उसने उन्हें अपना एक पंख दिया और चला गया। और समय-समय पर वह उन्हें एक और पंख देने के लिए लौट आया, और उनकी बिक्री की आय के साथ ये ब्राह्मण महिलाएं समृद्ध और काफी अच्छी हो गईं।

लेकिन एक दिन माँ ने अपनी बेटियों से कहा, पिता का क्या भरोसा की कल वापस ना लौट के आये।  इसलिए  इस बार आएंगे तो सारे पंख तोड़ लेंगे।

यह सोचकर उसे पीड़ा होगी, बेटियों ने मना कर दिया।

लालच में आई मां ने एक दिन जब वह पक्षी आया, तो उसने सोने के पक्षी को बुलाया और फिर दोनों हाथों से उसे पकड़ लिया और उसे लूट लिया।

अब बोधिसत्व के पंखों में यह गुण था कि अगर वे उसकी इच्छा के विरुद्ध गए, तो वे सुनहरे पंख  एक क्रेन के पंख के समान हो जायेंगे । और अब वह बेचारा पक्षी, हालांकि उसने अपने पंख फैलाए हुए थे, वह उड़ नहीं सकता था

महिला ने उसे एक बैरल में डुबो दिया और उसे वहां भोजन दिया। जैसे-जैसे समय बीतता गया उनके पंख फिर से बढ़ते गए (हालाँकि अब वे सादे सफ़ेद थे), और वह अपने ही घर में उड़ गए और फिर कभी वापस नहीं आए।

एग्जाम के समय की सोच– बेडटाइम स्टोरीज

एक बार शुभम ने शाम सात बजे अपने पापा से कहा, “कल सुबह पांच बजे मुझे उठा दीजिएगा, मैं मॉर्निंग वॉक पर जाऊंगा।” लेकिन इतना कहते ही उसके मन ने सोचा की, “क्यों कह दिया पांच बजे उठाने को? मालूम नहीं कल कॉलेज में प्रैक्टिकल है?

इतनी जल्दी उठोगे तो प्रैक्टिकल में सो नहीं जाओगे?”

तभी तीसरा ख्याल आ गया, “ सुबह उठना ही चाहिए। सुबह सबकुछ एकबार रिवाइझ कर लोगे तो प्रैक्टिकल और अच्छा जाएगा।”

पर जब रात नौ बजे उसने खाना खा लिया तो उसे सुस्ती चढ़ गई। सुस्ती चढ़ते ही चौथे ख्याल ने द्वार खटखटाया, “नहीं उठना अपने को सुबह-सुबह।”

शुभम ने पापा को उठाने से मना कर दिया। रात को टी.वी. वगैरह देखकर जब ग्यारह बजे वह सोने गया तब तक उसके खाने की सुस्ती काफी हृद तक कम हो चुकी थी। बस पांचवें सोच ने कहा , “सुबह उठना ही है। सुबह-सुबह परीक्षा की तैयारी नहीं करी तो कहीं रिजल्ट न गड़बड़ा जाए।” बस तुरंत उसने पापा से फिर उठाने की अनुरोध कर दिया।

पर सुबह में जैसे ही पापा ने पांच बजे उठाया कि उसका छठा ख्याल गुस्सा कर बैठा, “यह कोई वक्त है उठाने का? क्या अभी उठकर प्रैक्टिकल में दिनभर सोता रहूं?”

पापा भी परेशान हो गए। खुद ही उठाने को कहता है और उठाने पर गुस्सा भी करता है। शुभम फिर सो गया। लेकिन फिर मजा तो यह कि सुबह उठकर तथा नहा-धोकर जब वह नाश्ता करने बैठा तो उसे अपने न उठने पर बड़ा पछतावा हुआ। उसने अपने पापा से कहा, “नींद में भले ही मैं लाख मना करूं, पर आपको तो मुझे झकझोर कर उठा ही देना चाहिए था। आपको तो पता है मेरा प्रैक्टिकल एक्झाम है।”

अब पापा क्या कहें? उन्होंने अपना माथा ठोक लिया।

झक्कनपुर का राजा

झक्कनपुर में एक राजा था। उसे पढने-लिखने का बहुत शौक था, पर प्रजा की सेवा करते-करते उसे कभी पड़ने का समय नहीं मिला।

एक दिन उसने ठान लिया की कुछ भी हो जाए वह इस साल जरूर पढ़ेगा। उसने मंत्री-परिषद् के माध्यम से अपने लिए एक शिक्षक की व्यवस्था की। शिक्षक राजा को पढ़ाने के लिए आने लगा।

राजा को शिक्षा लेते हुए कई महीने बीत गए थे, मगर राजा को इसका कोई लाभ नहीं हो रहा था। राजा का गुरु तो रोज खूब मेहनत करता थे, परन्तु राजा को उस शिक्षा का कोई फ़ायदा नहीं हो रहा था।

राजा बड़ा परेशान होने लगा उसके कुछ समझ में नहीं आ रहा था, गुरु की प्रतिभा और योग्यता पर सवाल उठाना भी गलत था क्योंकि वो एक बहुत ही प्रसिद्द और पढ़ाने-लिखाने में योग्य गुरु थे। राजा को बहुत दिन से परेशान देखकर आखिर में एक दिन रानी ने राजा को सलाह दी कि देव आप इस सवाल का जवाब गुरु जी से ही पूछ कर देखिये।

एक दिन राजा ने बड़ी हिम्मत करके गुरूजी से पूछा, “गुरूजी, क्षमा कीजियेगा, पर मैं कई महीनो से आपसे शिक्षा ग्रहण कर रहा हूँ। बहुत से लोग आपके शिक्षण का ज्ञान आसानी से पाते है, पर मुझे इसका कोई लाभ नहीं हो रहा है। ऐसा क्यों है?”

गुरु जी ने बड़े ही शांत स्वर में जवाब दिया, “राजन बात छोटी है परन्तु आप अपने ‘बड़े’ होने के अहंकार के कारण इसे समझ नहीं पा रहे हैं और परेशान और दुखी हैं। माना कि आप एक बहुत बड़े राजा हैं पर जब आप किसी से शिक्षा लेते है, तब आप उस समय आप एक शिष्य बन जाते हैं और सिखाने वाला गुरु। गुरु का स्थान हमेशा उच्च होना चाहिए, परन्तु आप स्वंय ऊँचे सिंहासन पर बैठते हैं और मुझे अपने से नीचे के आसन पर बैठाते हैं।”

“आप मुझसे बड़े बन गए है और मैं आपसे निचे, जिससे आपको न तो कोई शिक्षा प्राप्त हो रही है और न ही कोई ज्ञान मिल रहा है” राजा की समझ में सारी बात आ गई और उसने तुरंत अपनी गलती को स्वीकारा और गुरुवर से उच्च शिक्षा प्राप्त की।

Moral of Bedtime Story in Hindi: हमेशा याद रखें कि गुरु का स्थान हमेशा ऊपर होता है।