kun faya kun meaning in hindi

kun faya kun hindi meaning

जब रणबीर कपूर ने अपने गिटार पर ‘कुनफाया..कुनफाया’ गुनगुनाया तो प्रशंसक इसका मतलब जानने में जुट गए।

रॉकस्टार का संगीत दिल को सुकून देने वाला है खासकर कव्वाली ‘कुन फायाकुन’। कुन फायाकुन का मतलब ज्यादा लोग नहीं जानते।

यह शब्द अरबी भाषा से लिए गए हैं। इन शब्दों का ज़िक्र क़ुरान में भी किया गया है, जिसका मतलब है ‘be!and it is.

इसका हिंदी में मतलब होता है “अल्लाह ताला जब किसी काम को करना चाहते हैं तो कह देतें हैं ‘कुन’ यानी ‘हो जा’ और वह ‘फाया कुन’ मतलब ‘हो जाता है”.

इससे यही समझ आता है कि कुन फाया कुन दुनिया के बनने से जुड़ा है। गाने की एक पंक्ति भी है…’जब कहीं पे कुछ नहीं भी नहीं था, वही था, वही था’…।

फिल्म का दूसरा गाना, ‘कतिया करूं तेरा रूं’ जो आजकल सभी की ज़ुबान पर है। यह गीत फिल्म की नायिका नर्गिस फाकरी पर फिल्माया गया है।

‘कतिया करूं, सारी रात कतैया करूं..एक तन मेरा चरखा होवे..’। यानी वह नायक के लिए कुछ भी कर सकती है। हर्षदीप कौर का गाया यह गाना है।

kun faya kun ka arth

रॉकस्टार की दिल को सुकून देने वाले गानों से भरपूर इम्तियाज अली के निर्देशन में बनी इस फिल्म की सबसे खास बात है एआर रहमान का दिया संगीत। रूहानी संगीत रचने में रहमान की कोई सानी नहीं। रहमान इससे पहले फिल्म जोधा अकबर में संगीत दे चुके हैं.

फिल्म के गाने ‘ख्वाजा मेरे ख्वाजा, दिल में समा जा, शाहों का शाह तू’ ने सबके दिलों को छुआ था। अब ऐसा ही जादू रहमान ने कुन फाया कुन में रचा है.

kun faya kun ka matlab

इरशाद कामिल के शब्दों को मोहित चौहान के साथ जावेद अली और रहमान ने खुद आवाज दी है।

हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर कुछ दिन पहले इम्तियाज अपनी टीम के साथ जियारत करने पहुंचे तो मोहित चौहान ने वहां खास तौर पर इस गाने को गाया और रणबीर कपूर ने गिटार पर साथ शिरकत की थी.

संगीत प्रेमियों को रॉकस्टार के संगीत का इंतज़ार था.

वह इसलिए कि रॉकस्टार की एलबम से एआर रहमान की बॉलीवुड में वापसी होने की उम्मीद है.

फिल्म में रॉकस्टार का किरदार रणबीर कपूर ने निभाया है। फिल्मकार इम्तियाज अली, संगीतकार एआर रहमान और शायर इरशाद कामिल का रॉकस्टार का गीत-संगीत युवा सपनों और डर के साथ उनकी बेकरारी व बेबसी को बयां करता है.

देखा जाए तो ‘रॉकस्टार’ का संगीत रहमान की बॉलीवुड में वापसी मानी जा सकती है। रॉकस्टार की एलबम फिर से जवान कर देने वाली है।

एआर रहमान ने रॉकस्टार के संगीत को बेहद खूबसूरती से पेश किया है। एलबम में अगर एक तरफ ‘साड्डा हक़’ में जोश और आक्रोश का पागलपन है तो दूसरे छोर पर ‘कुन फ़ाया कुन‘ में ज़हन को बेहद सुकून देता है.

रॉकस्टार का संगीत साथ ही है मस्ती, प्रेम, ख़ुशी, विरह, दर्द और उदासी के रंगों को बिखेरता नज़र आता है।