हास्य व्यंग
व्यंग्य:पिछले एक महीने से ‘करोना’ वायरस ने चीन में अब तक 100 लोगो की जान ले ली है। भारत में करो ना वायरस का प्रभाव कई दसको से रहा है.यह वायरस भारत के विब्भिन प्रकार के लोगो को पकड़ता रहा है।
करो ना वायरस सबसे पहले नवयुवतियों में पाया गया था। अपने फ़ोन से कॉल ‘करो ना ‘से लेकर भैया रिचार्ज ‘करो ना’ जैसे माहौल देकर युवतियों ने इसे महामारी का रूप दे दिया है.
इसका असर मेट्रो जैसे इलाको में सबसे ज्यादा देखा गया जहाँ पर यह वायरस युवतियों को तुरंत पकड़ लेता था. लड़कियां अपने प्रेमी या बॉयफ्रेंड को हास्य रस में फसा कर फ़ोन रिचार्ज करवा कर “करो ना” वायरस को बढ़ा रही थी.
इस वायरस से कितने आशिक़ो की तबियत खराब हुई है ,इसका कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। करो ना से ग्रषित आदमी समाज में अपना मुँह खोलने लायक नहीं रहता है।
कई बार लड़की प्यार में होने की ग़लतफहमी में और कई बार खुद को चूxxया “व्यंग जन सिंह” नामक उपाधि मिलने के डर से ,मरीज “करो ना” वायरस के बारे में किसी को नहीं बताता है।
हास्य व्यंग
‘करोना’ वायरस शादी शुदा परिवारों में माँ बनने की इक्षुक महिलाओ में भी रात के अँधेरे में पाया गया है।
करो ना वायरस के जन्म के लिए एक थका हारा पति और बगल वाले घर में खिलखिलता बच्चा आदर्श परिस्थिया बनाते है।
इन दोनों चीज़ो के होने से करो ना’ वायरस पत्नियों के दिमाग पर सीधा हमला करता है. पतियों पर ‘कितने ढीले हो’ का कटाक्ष करवा कर तुरंत उनके अन्दर ‘करो ना’ घुस जाता है।
समाज में इस वायरस की जानकारी के लिए बॉलीवुड ने गुड न्यूज़ जैसे फिल्मो में ‘करो ना ‘ वायरस के असर को दिखाया है .हालत की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने एक प्रेस नोट जारी किया है।
सरकार सभी ‘करो ना’ या करोना वायरस ग्रषित युवको को मुफ्त में मानसिक सहायता देने का एलान किया है। एतिहातन सारे फ़ोन रेचार्गेस पे रोक लगा दी गयी है.
स्वस्थ्य मंत्रालय ने भी प्रेगनेंसी टेस्ट करना अपराध घोसित कर दिया है। पूरी दुनिया करोना के बारे में सोच रही है और भारतीय युवा करो ना से मारा फिर रहा है