अच्छा निबंध लेखन
जीवन में सफल विचार-विमर्श के लिए हमें श्रेष्ठ निबंध लेखन की आवश्वयकता होती है। निबंध किसी भी विषय पर लिखा जाता है। आज सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और वैज्ञानिक विषयों पर निबंध लिखे जा रहे हैं। संसार का हर विषय, हर वस्तु, व्यक्ति एक निबंध का केंद्र हो सकता है।
समझ ही नहीं आता कि क्या लिखें, कितना लिखें। चलो आज आपको बताते हैं कि इसे कैसे लिखना चाहिए। पहले ये समझ लो कि अच्छे निबंध के गुण क्या हैं
पाठ्यक्रम में निबन्ध को क्यों समाहित किया गया
1. विद्यार्थी अपने विचारों को एकत्र करना सीख पाए।
2. विचारों को संतुलित तरीके से व्यक्त कर पाएं।आलोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके।
3. भाषा को उपयुक्त रूप से प्रयोग करना सीख पाएं। रटन्तू तोता न बन विचारशील प्राणी बन सके।
4. किसी भी विषय पर छात्रों के स्वयं के विचार हों।अपने विचारों को दृढ़ता से रखना सीख सके।
5. उनका वैचारिक स्तर निश्चित हो सके। संवेदनात्मक व वैचारिक स्तर पर परिपक्व हो सके।
6. वे अपने विचारों को सकारात्मक दिशा दे पाए।
7. आलोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके।
अच्छा निबंध कैसे लिखें?
अच्छा निबंध लिखने के प्रमुख नियम इस प्रकार हैं
1. निबंध लेखन के पूर्व विषय पर विचार करें
निबंध के विषय पर अधिक से अधिक जानकारी एकत्र करें, इसके लिए आप इन्टरनेट और पुस्कालयों की मदद ले सकते हैं। आप अपने शिक्षक से भी विषय सम्बंधित किताबों या लेखों के बारे में जानकारी ले सकते हैं। उत्कृष्ट निबंधों का अध्यन करें। आपको एक अच्छे निबन्ध के प्रारूप को समझना है।
यह भी ज़रूरी नहीं कि आप उसी विषय पर निबंध पढ़ें जिसपर आपको खुद लिखना है, आप किसी भी विषय पर लिखा अच्छा निबंध पढ़कर अपना लेखन सुधार सकते हैं .अपने विषय को लेकर आपने जो विचार बनाए हैं उसकी अपने मित्रों या परिवारजनों से चर्चा करें। चर्चा से निकले प्रमुख बिन्दुओं को नोट कर लें और सही हो तो उनका निबंध में प्रयोग करें।
निबन्ध लिखने से पहले उसकी एक रूपरेखा बना लें: आरम्भ, मध्य व अंत मे क्या-क्या लिखना है सोच लें और किसी अन्य पेज पर बुलेट पॉइंट्स में लिख लें।
(अ) निबंध को शीर्षकों (पॉइंट्स) में बांट लें ।(ब) इन शीर्षकों को उपशीर्षकों में बांट लें ।
निबन्ध भूमिका: सबसे पहले भूमिका आती है ,अर्थात निबंध के विषय के बारे में लिखने से पहले निबंध के विषय से संबंधित भूमिका बांधो। परंतु यह अधिक लम्बी नहीं होनी चाहिए, नहीं तो बोरिंग हो जाती है।
2. भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए। यह निबंध की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है। निबंध की भाषा, सरल, सहज, सटीक होनी चाहिए। शब्दों का प्रयोग अच्छा होना चाहिए। व्याकरण का प्रयोग भी सही होना चाहिए।
3. विचारों को क्रमबद्ध रूप से स्पष्ट करना चाहिए। निबंध का अर्थ है बंधा हुआ। निबंध की पहली विशेषता है कि निबंध एक सूत्र में बंधा होना चाहिए। एक क्रम में लिखा होना चाहिए, कोई बात कहीं भी नहीं लिखनी चाहिए। आलतू-फालतू बातों का निबंध मैं कोई स्थान नहीं होता।
4. विचारों की पुनरावृत्ति से बचना चाहिए। तुम हमेशा यह सोचते हो कि निबंध का अर्थ है 4/5 पेज का लम्बा चौड़ा। लेकिन ऐसा नहीं है, अगर सटीक, सही बातों को लिखा हो तो वो निबंध कहलाता है।
5. निबंध लिखने के बाद उसे पढ़िए, उसमें आवश्यक सुधार कीजिए।
6. भाषा संबंधी त्रुटियां दूर कीजिए।
7. यदि समय हो तो उसे दुबारा सुंदर सुवाच्य अक्षरों में लिखिए।
8. कोई उपयुक्त कथन याद हो तो उसे यथास्थान जोड़िए ।
याद रखिए
1. निबंध परीक्षा कॉपी के दो या तीन पेज से अधिक न हो।
2. पॉइंट वाइज अर्थात शीर्षकों में लिखिए।
3. शीर्षकों को रेखांकित (अंडरलाइन) करना न भूलिए।
अच्छे निबंध की विशेषताएं
- निबन्ध अपने टोपिक के बारें मे व्याख्या ।
- निबन्ध की भाषा-शैली आसान
- निबन्ध Reader के चेष्टा की पुर्ति करने मे सक्षम हो।
- निबन्ध का फार्मेट स्वच्छ हो।
- निबन्ध आवश्यकता से ज्यादा विस्तृत न हो।
- निबन्ध के प्रत्येक चरणो का अपना-अपना एक निश्चित परिणाम
- निबन्ध मे सम्मिलित, आकड़े, तथ्य आदि जानकारी वास्तविक
- निबन्ध के प्रत्येक चरण अपनी शब्दो की संख्या को संतुलित रखें
- निबन्ध के प्रत्येक चरण अपने-अपने टोपिक की व्याख्या
Nibandh likhate samay dhyan rakhe
- सीमा को ध्यान मे रखते हुऐ निबन्ध लिखें
- निबन्ध के सभी चरण मे व्याख्या
- चुटकुले आदि का प्रयोग ना करें
- भाषा को रोचक और सरल बनायें
- लम्बे वाक्यो से बचें
- निबन्ध मे औपचारिक भाषा का ही प्रयोग करें
- अपने व्यक्तिगत अनुभव को निबन्ध मे ना जोड़े
- जब आपके पास पर्याप्त समय हो तब निबन्ध लिखें
- निबन्ध मे शब्द, विराम, उचित चिन्हो का उचित प्रयोग करें
- एक वाक्य को एक से ज्यादा बार ना दोहरायें
- शीर्षक और उप-शीर्षक को रेखांकित जरूर करें
- निबन्ध लिखने से पहले विषय की रूपरेखा जरूर बना लें