गीता गोपीनाथ जीवन परिचय: gita gopinath Wikipedia in hindi
गीता का जन्म 1971 में भारत के मैसूर शहर में हुआ था। उनके पिता टी.वी. गोपीनाथ केरल के कन्नूर जिले के किसान और उद्यमी हैं।
उन्होंने स्नातक की डिग्री लेडी श्रीराम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय (1992 ) से प्राप्त की और फिर उन्होंने वाशिंगटन विश्वविद्यालय (1996 ) से एम.ए. की। 2001 उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की।
फ़िलहाल वह 2019 से अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुख्य अर्थशास्त्री हैं । उन्होंने 1 जनवरी, 2019 से इस पद को संभाला. वह इस दायित्व को संभालने वाली पहली महिला हैं.
47 साल की गीता गोपीनाथ हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र पढ़ाती रही हैं.. वह मुद्राकोष की चीफ इकोनॉमिस्ट और इसके अनुसंधान विभाग की निदेशक बनाई गई हैं.
उस भूमिका में वह IMF के अनुसंधान विभाग की निदेशक और कोष की आर्थिक परामर्शदाता हैं।
वह फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ न्यू यॉर्क के सलाहकार भी हैं। केरल की वामपंथी सरकार द्वारा जुलाई 2016 को उन्हें केरल के मुख्यमंत्री का वित्तीय सलाहकार नियुक्त किया गया था।
गोपीनाथ को अक्टूबर 2018 में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
गीता गोपीनाथ (जन्म 8 दिसंबर 1971) एक भारतीय अमेरिकी अर्थशास्त्री हैं जो उस भूमिका में वह IMF के अनुसंधान विभाग की निदेशक और कोष की आर्थिक परामर्शदाता हैं।
वह संपादकीय पदों के साथ जुड़ी हुए हैं:
अमेरिकी आर्थिक समीक्षा, अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र जर्नल
आई.एम.एफ. आर्थिक समीक्षा
उभरते बाजार अर्थव्यवस्थाओं में मैक्रोइकॉनॉमिक्स एंड फाइनेंस
द डेली शो में ट्रेवर नूह (Trevor Noah )के साथ एक साक्षात्कार में गोपीनाथ ने 2020 की विश्वव्यापी मंदी को “द ग्रेट लॉकडाउन” नाम दिया।