अभियंता दिवस पर निबंध | अभियंता दिवस क्या है

अभियंता दिवस इन हिंदी

भारत में हर साल 15 सितंबर को अभियंता दिवस (इंजीनियर्स डे) के रूप में मनाया जाता है। दरअसल, इसी दिन भारत के महान अभियंता और भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन है। वह भारत के महान इंजीनियरों में से एक थे। उन्होंने ही आधुनिक भारत की रचना की और देश को एक नया रूप दिया। उन्होंने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है, जिसे शायद ही कोई भुला पाए।

देशभर में बने कई नदियों के बांध और पुल को कामयाब बनाने के पीछे विश्वेश्वरय्या का बहुत बड़ा हाथ है। उन्हीं की वजह से देश में पानी की समस्या दूर हुई थी। आइए जानते हैं उनके बारे में सबकुछ और साथ ही यह भी कि अभियंता दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई थी। 


एक इंजीनियर के रूप में डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया ने देश में कई बांध बनवाए हैं, जिसमें मैसूर में कृष्णराज सागर बांध, पुणे के खड़कवासला जलाशय में बांध और ग्वालियर में तिगरा बांध आदि महत्वपूर्ण हैं। सिर्फ यही नहीं, हैदराबाद सिटी को बनाने का पूरा श्रेय डॉ. विश्वेश्वरैया को ही जाता है।

उन्होंने वहां एक बाढ़ सुरक्षा प्रणाली तैयार की थी, जिसके बाद पूरे भारत में उनका नाम हो गया। उन्होंने समुद्र कटाव से विशाखापत्तनम बंदरगाह की सुरक्षा के लिए एक प्रणाली विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 

विश्वेश्वरैया को मॉडर्न मैसूर स्टेट का पिता भी कहा जाता था। उन्होंने मैसूर सरकार के साथ मिलकर कई फैक्ट्रियों और शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना करवाई थी, जिसमें मैसूर साबुन फैक्ट्री, मैसूर आयरन एंड स्टील फैक्ट्री, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, मैसूर चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स और विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग प्रमुख रूप से शामिल हैं। 

अभियंता दिवस सिर्फ भारत में ही नहीं मनाया जाता बल्कि कई अन्य देशों में भी यह दिवस मनाया जाता है। जैसे कि- अर्जेंटीना में 16 जून को, बांग्लादेश में सात मई को, इटली में 15 जून को, तुर्की में पांच दिसंबर को, ईरान में 24 फरवरी को, बेल्जियम में 20 मार्च को और रोमानिया में 14 सितंबर को अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

दरअसल, यह दिवस दुनियाभर के इंजीनियरों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है, ताकि वो देश-दुनिया को अपने हुनर की बदौलत तरक्की की नई राह पर ले जाएं। 

हम भारत में इंजीनियर दिवस क्यों मनाते हैं?

महान भारतीय इंजीनियर भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती मनाने के लिए राष्ट्र 15 सितंबर को इंजीनियर दिवस मनाता है।1912 से 1918 तक एम. विश्वेश्वरैया को मैसूर के दीवान के रूप में नियुक्त किया गया था। एक मुख्य अभियंता के रूप में, उन्होंने मैसूर के प्रसिद्ध कृष्ण राजा सागर बांध का निर्माण किया।

15 सितंबर को कौन सा दिन मनाया जाता है?

भारत हर साल 15 सितंबर को महानतम भारतीय इंजीनियर, मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती मनाने के लिए इंजीनियर दिवस मनाता है। भारत रत्न विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देने के लिए इंजीनियर दिवस मनाया जाता है, जिन्हें ‘आधुनिक मैसूर का जनक’ माना जाता था।