इमरजेंसी फंड क्या है ? | Emergency fund kya hai

Emergency Fund Essay in Hindi


हर एक समझदार आदमी सलाह ज़रूर देता है कि आपात स्थिति के लिए कुछ पैसे ज़रूर बचा कर रखने चाहिए। फाइनेंशियल प्लानर भी मानते हैं कि हर एक निवेशक को इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए। आपका इमरजेंसी फंड आपके 3-6 महीनों के मासिक खर्चों के लगभग बराबर हो सकता है और आप म्यूचुअल फंडों के जरिए भी इसे बना सकते हैं।

इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) के फायदे

Short Passage emergency fund in hindi

कई बार जीवन में समय आता है जब पैसे की तुरंत जरूरत पड़ती है, जैसे कि अचानक जॉब चला जाता है , कोई स्वास्थ्य समस्या, कोई एक्सीडेंट, अचानक किसी ऐसे मेहमान का आना जिसके आवभगत में आपको अच्छी खासी रकम ख़र्च करनी पड़े या घर परिवार में अचानक कोई बड़ा आयोजन करना पड़ जाये आदि कई बातें इनमें शामिल है। इन ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किसी से कर्ज़ लेना पड़ता है। फाइनेंशियल प्लानरों का सुझाव है कि इमर्जेंसी फंड बनाने से इस तरह की स्थितियों से निपटने में मदद मिलती है। आपके पास इमर्जेंसी फंड होने की स्थिति में आपको किसी के सामने हाथ फैलाने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। साथ ही इमर्जेंसी फंड रहने से आपको अपनी इक्विटी म्यूचुअल फंड, शेयर या लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट प्रोडक्टों से छेड़छाड़ करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।

Emergency fund kya hai ? इमरजेंसी फंड कितना हो

10 lines on emergency fund in hindi


इमर्जेंसी फंड का आकार आपकी लाइफस्टाइल, मासिक खर्च, इनकम और आश्रितों की संख्या पर निर्भर करता है। आपको कम से कम अपने तीन से छह महीनों के मासिक खर्च के बराबर की रकम इमरजेंसी फंड में रखना चाहिए। जानकारों के मुताबिक, इस फंड को डेट म्यूचुअल फंडों का इस्तेमाल कर बनाना चाहिए। निवेशकों को धीरे-धीरे इसे तैयार करना चाहिए।

कैसे बनायें इमरजेंसी फंड- Emergency fund ke upar nibandh

इसके लिए आप सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) या एकमुश्त निवेश का रास्ता अपना सकते हैं। अचानक कहीं से मिले पैसे को भी इसके लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आपके सेविंग अकाउंट में भी पैसे यूँ ही पड़े हैं और ज़्यादा हैं तो आप उस पैसे को भी ओवरनाइट लिक्विड फंडों या अल्ट्रा शॉर्ट-टर्म म्यूचुअल फंडों में निवेश कर सकते हैं। इस तरह के फंडों में लिक्विडिटी की टेंशन नहीं होती।

इनमें निवेशकों को सेविंग बैंक अकाउंट से ज़्यादा रिटर्न मिलता है। अचानक पैसे की ज़रूरत पड़ने पर इसे 1-2 दिनों में निकाला जा सकता है . पिछले एक साल में लिक्विड फंड कैटेगरी ने 6.87 फीसदी का औसत रिटर्न दिया है। वहीं, अल्ट्रा शॉर्ट-टर्म फंड कैटेगरी से 6.16 फीसदी रिटर्न मिला है।

Emergency Funds ke vikalp

इमरजेंसी फंड्स के विकल्प

ये हैं 5 लोन विकल्प

कई लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है, कई के वेतन में कटौती कर दी गई है। ऐसी स्थिति में नागरिको को अल्पकालिक वित्तीय तनाव झेलना होगा। जब आपके पास आय का कोई साधन नहीं होगा तो बैंक लोन देने में थोड़ा संकोच कर सकते हैं। लेकिन परेशान होने की जरुरत नहीं है। हम अपनी खबर के जरिए आपको बताएंगे कि आप कैसे आसान व‍िकल्‍पों के ल‍िए लोन ले सकते है।

पीपीएफ पर ले सकते है

पीपीएफ अकाउंट पर भी शॉर्ट-टर्म लोन मिलता है। हालांकि, यह अकाउंट खुलने के तीसरे वित्त वर्ष से उपलब्ध है। इसके लिए कागजी जरूरतों में पीपीएफ अकाउंट का पासबुक और फॉर्म डी जमा करना होता है। लोन की रकम अप्लाई करने के वक्त मौजूद बैलेंस का 25 फीसद तक हो सकती है। जान लें क्या है शर्त पीपीएफ खोलने के तीसरे वित्त वर्ष में लोन ले सकते हैं। छठवें वित्तीय वर्ष तक लोन लिया जा सकता है एक वित्त वर्ष में सिर्फ एक बार लोन ले सकते हैं

गोल्ड लोन

लोन लेना काफी आसान मुश्‍किल के वक्‍त में गोल्‍ड बड़े काम की चीज। गोल्ड लोन से उधार लेने वाले अपने सोने के आभूषणों का मोनेटाइजिंग करके अपने पैसे की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
कर्ज कर्जदाता द्वारा निर्धारित सोने के मूल्य का 75% तक जा सकती है और ब्याज दर लगभग 9.10% से शुरू होती है।

गोल्ड लोन लेते वक्त शर्त

  • गोल्ड प्योरिटी देखी जाती है
  • लोन के लिए गोल्ड प्योरिटी 18-22 कैरट जरूरी
  • गोल्ड क्वॉइन भी 50 ग्राम तक के होने चाहिए
  • कई जगहों पर लोन के लिए उम्र भी एक शर्त
  • लोन के लिए उम्र 18 से 75 के बीच होनी चाहिए

एफडी पर लोन लेना आसान

फिक्स्ड डिपोजिट (एफडी) पर भी लोन ले सकते हैं। एफडी की वैल्यू का 95% लोन मिल सकता है। लोन पर ब्याज एफडी की ब्याज दरों से 1-2% ज्यादा है। लोन की अवधि एफडी की अवधि के बराबर होती है। आमतौर पर कोई चार्ज/प्री-पेमेंट चार्जेस नहीं होता। जान लें क्या है शर्त एफडी के बदले लोन लेने के लिए तय हैं नियम लोन के लिए उम्र 21 साल या उससे ज्यादा हो जिस बैंक से ले रहे हैं, वहीं एफडी होना जरूरी नाबालिग के नाम पर एफडी तो नहीं मिलेगा लोन

प्रॉपर्टी के बदले लोन

आप अपनी प्रॉपर्टी के बूते ले सकते हैं बड़ा लोन ले सकते है।रेजिडेंशियल, कमर्शियल प्रॉपर्टी पर मिलेगा लोन। 5 लाख से 10 करोड़ रुपए तक का लोन संभव है। प्रॉपर्टी की वैल्यू के आधार पर लोन मिलेगा। लोन पर 9-16% के बीच ब्याज लगता है।


जान लें क्या है शर्त

  • वेतनभोगी हैं तो 3 साल का अनुभव होना जरूरी
  • कारोबारी हैं तो कारोबार कम से कम 5 साल पुराना हो
  • 750 से ज्यादा सिबिल स्कोर लोन मिलना करेगा

आसान इन दो तरीकों से भी लोन मिलता है

पर्सनल लोन

बैंकों की ओर से दिया जाने वाला बेहद लोकप्रिय शॉर्ट-टर्म लोन है। बैंक के सिक्योर्ड लोन की तुलना में इसकी ब्याज दर अधिक होती है।

इसके अलावा क्रेडिट कार्ड के बदले लोन ले सकते हैं।


मौजूदा कार्डधारकों को उनके कार्ड के प्रकार, व्यय और रीपेमेंट के आधार पर लोन मिल जाता है। एक बार कार्डधारक द्वारा इस कर्ज का लाभ उठा लेने पर उसकी क्रेडिट सीमा उस राशि से कम हो जाएगी। हालांकि, कुछ कर्जदाता स्वीकृत क्रेडिट सीमा से ज्यादा और क्रेडिट कार्ड के बदले लोन देते हैं।