पृथ्वी दिवस पर निबंध ( Earth Day In Hindi )
दुनियाभर में पर्यावरण संरक्षण को समर्थन देने के लिए हर साल 22 अप्रैल को ‘पृथ्वी दिवस’ (Earth Day) मनाया जाता है । 21 मार्च को मनाए जाने वाले ‘इंटरनेशनल अर्थ डे’ को संयुक्त राष्ट्र का समर्थन है ।
पृथ्वी दिवस की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन (Gaylord Nelson) ने पर्यावरण की शिक्षा के रूप में की थी। वे पर्यावरण को लेकर चिंतित रहते थे और लोगों में जागरूकता जगाने के लिए कोई राह बनाने के प्रयास करते रहते थे।
इस दिन को मनाने की शुरुआत सन् 1970 में हुई जिसके बाद आज इस दिन को लगभग 195 से ज्यादा देश मनाते हैं। हर साल इस दिवस को मनाने के लिए एक विशेष थीम भी होता है। पृथ्वी दिवस 2020 के लिए थीम जलवायु कार्रवाई है।
जलवायु परिवर्तन मानवता के भविष्य और जीवन-समर्थन प्रणालियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है, जो हमारी दुनिया को रहने योग्य बनाता है।
आज 21 मार्च पृथ्वी दिवस है ।
पृथ्वी बहुत व्यापक शब्द है जिसमें जल, हरियाली, वन्यप्राणी, प्रदूषण और इससे जु़ड़े अन्य कारक भी हैं। धरती को बचाने का आशय है इसकी रक्षा के लिए पहल करना। न तो इसे लेकर कभी सामाजिक जागरूकता दिखाई गई और न राजनीतिक स्तर पर कभी कोई ठोस पहल की गई ।
धरती को बचाने का आशय है इन सभी की रक्षा के लिए पहल करना । लेकिन इसके लिए किसी एक दिन को ही माध्यम बनाया जाए, क्या यह उचित है? हमें हर दिन को पृथ्वी दिवस मानकर उसके बचाव के लिए कुछ न कुछ उपाय करते रहना चाहिए ।
अमेरिका में 22 अप्रैल को वृक्ष दिवस के रूप में मनाया जाता है। पहले पूरी दुनिया में साल में दो दिन (21 मार्च और 22 अप्रैल) पृथ्वी दिवस मनाया जाता था। लेकिन 1970 से 22 अप्रैल को मनाया जाना तय किया गया।
इसे उत्तरी गोलार्ध के वसंत तथा दक्षिणी गोलार्ध के पतझ़ड़ के प्रतीक स्वरूप मनाया जाता है।
पृथ्वी दिवस को लेकर देश और दुनिया में जागरूकता का भारी अभाव है! सामाजिक या राजनीतिक दोनों ही स्तर पर इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए जाते है । कुछ पर्यावरण प्रेमी अपने स्तर पर कोशिश करते रहे हैं, किंतु समाज की चिंता होना चाहिए!
पृथ्वी के पर्यावरण को बचाने के लिए हम कम से कम पॉलिथीन के उपयोग को नकारें, कागज का इस्तेमाल कम करें