डोनाल्ड देखना चाहते थे दीवार, अधिकारी बोले अबकी बार ट्रंप सरकार: राजनीतिक व्यंग्य

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत की यात्रा पर 24 फरवरी को दिल्ली पहुंचने वाले हैं .उनकी यात्रा की तैयारियों को लेकर भारत सरकार के बड़े अधिकारी काम में लग चुके है.

सूत्रों की माने तो ट्रंप ने दीवार देखने की इच्छा जाहिर की थी. इस दीवार को यश चोपड़ा ने 1975 में जावेद अख्तर और भाईजान के पिता से बनवाया था.

 इसकी खबर पीएमओ ने अहमदाबाद में फॉरवर्ड कर दी थी. लेकिन पता चल रहा है कि सूचना तंत्र में कोई गड़बड़ी हो गई और इसकी वजह से वहां के अधिकारियों ने ईट बालू से दीवार बनानी चालू कर दी.

वहां के अधिकारी मिस्टर मनसुख  बांगड़ू  का कहना है ” जिंदगी भर डोनाल्ड ट्रंप एक बिल्डर रहे हैं और उन्हें हम दीवार दिखाकर उनके पसंद की चीज पेश करेंगे.

हमने जानबूझकर दीवाल की क्वालिटी में थोड़ी मिलावट कर दी है ताकि ट्रंप इस दीवार को देखकर अपनी अमरीका की दीवार अच्छी बता कर खुश हो जाएंगे. हमारे शास्त्रों में भी अतिथियों को खुश रखने को ही परम धर्म बताया गया है.”

बांगड़ू का कहना है की दीवार की दूसरे हिस्से को क्वालिटी अंबुजा सीमेंट से बनाया गया है और उम्मीद की जा रही है कि दोनों दोनों भाई दीवार को नहीं गिरा पाएंगे.

एक खबर यह भी है कि डोनाल्ड ट्रंप धोती कुर्ता पहनना चाहते हैं सूत्रों की माने तो ट्रम्प ने निवेदन किया है कि उन्हें धोती पहनना सीखना है.

डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्होंने बॉलीवुड में शाहरुख खान की चेन्नई एक्सप्रेस देखी थी और उसके बाद उनका मन डोलने लगा था.

वह कई  बार मोदी से दुनिया के मंच पर इस बात का जिक्र कर चुके हैं. लेकिन मोदी ने उनको भारत में ही यह ज्ञान देने की सलाह दी थी.

मोदी का कहना था कि भारतीय हवाओं में धोती पहनने में जो मजा आता है वह आनंद स्विजरलैंड या फिर अमेज़न के जंगलों में भी नहीं आएगा .

दौरे पर उनकी वाइफ मेलानिया ट्रम्प भी आएंगे. मेलानिया एकता कपूर से मिलने की इच्छा जताई है. सूत्रों की माने तो मेलानिया उस महान देवी से मिलना चाहती हैं जो 1000 एपिसोड्स के सीरियल्स बना कर भी सीरियल्स खाना पसंद करती .

डोनाल्ड ट्रंप के छोटे बेटे बैरन ट्रंप की आने की सूचना नहीं दी गई है. लेकिन बेरन 13 साल के हैं और वहां पर NRI  बच्चों से उन्होंने भारत में अमरूद तोड़ने की बहुत कहानियां सुनी है.

मीडिया जगत के लोग इस कार्यक्रम को शूट करने के लिए जगह-जगह अमरूद के पेड़ लगा रहे हैं. वह गिर के जंगलों में या फिर जिम कॉर्बेट में यह काम कर सकते है ताकि मीडिया कर्मियों की दुकान गरम रहे .